Delhi Metro: मृतका के बच्चों ने मुआवाजे तो दिल्ली सरकार ने DMRC से मांगी हादसे की रिपोर्ट, जानें मेट्रो प्रबंधन ने क्या किया?
Kailash Gehlot Reaction: दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने डीएमआरसी के एमडी को पत्र लिखकर रिपोर्ट तलब की है. साथ ही कहा कि डीएमआरसी को चाहिए कि वो मृतका के बच्चों की वित्तीय सहायता करे.
Delhi Metro News: दिल्ली के इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन पर पांच दिन पहले हादसे में जान गंवाने वाली 35 वर्षीय महिला के दो बच्चों ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन से मुआवजे की मांग की है. मृतका के बच्चों ने मेट्रो प्रबंधन से सावधि जमा के रूप में वित्तीय मुआवजे की मांग की है. वहीं, दिल्ली सरकार ने डीएमआरसी से मेट्रो ट्रेन के दरवाजे में साड़ी फंसने के कारण प्लेटफार्म पर घिसटने से एक महिला की मौत के मामले में डिटेल रिपोर्ट मांगी है. वहीं, दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने घोषणा की कि मेट्रो रेलवे सुरक्षा आयुक्त मामले की जांच करेंगे.
रिश्तेदारों का बच्चों की जिम्मेदारी लेने से इनकार
मृतका रीना की 12 वर्षीय बेटी और 10 साल के बेटे ने संवाददाताओं को बताया कि उनके पिता का करीब आठ साल पहले देहांत हो गया था. बच्चों के रिश्तेदारों ने वित्तीय संकट की वजह से उनकी देखरेख में अपनी अक्षमता जाहिर की है. आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़की ने कहा, 'मेरे पिता का करीब आठ साल पहले देहांत हो गया था और अब मेरी मां की भी मृत्यु हो गई है. हम पूरी तरह से असहाय हैं और सावधि जमा के रूप में सरकार से वित्तीय मदद की मांग करते हैं.
मृतका के परिजनों का नांगलोई मेट्रो स्टेशन पर प्रदर्शन
महिला के परिवार के सदस्यों ने शनिवार को नांगलोई मेट्रो स्टेशन के बाहर प्रदर्शन किया और बच्चों के लिए वित्तीय मदद की मांग की. बच्चों की चाची उषा देवी ने कहा कि रीना सुबह घर में सहायिका का काम करती थी, दोपहर में सब्जियां बेचती थी और रात को लिफाफे बनाया करती थी. वह नांगलोई इलाके में किराए के एक कमरे में अपने बच्चों के साथ रहती थी. बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए वित्तीय मदद सुनिश्चित की जानी चाहिए.
मां मदद के लिए चिल्ला रही थी
बता दें कि दिल्ली के इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन पर बृहस्पतिवार को रीना की साड़ी एक ट्रेन के दरवाजे में फंस गई थी, जिस कारण वह प्लेटफॉर्म पर काफी दूर तक घसीटती गई. रीना ने शनिवार को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था. रीना के बेटे के मुताबिक हादसे के वक्त वह अपनी मां के साथ ही था. रीना का बेटा छठी कक्षा में पढ़ता है. बेटे ने बताया कि मेरी मां मेरा हाथ पकड़कर ट्रेन में चढ़ी थीं, लेकिन मैं नहीं चढ़ पाया था. वह बाहर आ रही थीं कि तभी उनकी साड़ी दरवाजे में फंस गई और वह प्लेटफॉर्म पर घसीटती हुई चली गईं. वह मदद के लिए चिल्ला रहीं थीं.
बच्चों के पुनर्वास के लिए कदम उठाए DMRC
दूसरी तरफ दिल्ली सरकार ने महिला की मृत्यु के मामले में दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने रेल कॉर्पोरेशन से बच्चों के पुनर्वास के लिए कदम उठाने को कहा है. साथ ही डीएमआरसी के एमडी को पत्र लिखकर रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है. मृत महिला एक गरीब विधवा थी और उनका 10 साल का बेटा और 12 साल की बेटी है.
मेट्रो सीएमआरएस करेंगे मामले की जांच
दिल्ली के इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन पर 14 दिसंबर को साड़ी फंसने के बाद एक महिला की मौत के बाद दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने घोषणा की कि मेट्रो रेलवे सुरक्षा आयुक्त मामले की जांच करेंगे. मेट्रो प्रबंधन ने अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है कि उसकी मृतका के बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए कुछ करने की योजना है या नहीं.