Delhi Metro News: दिल्ली मेट्रो के फेज- 4 के तहत हो रहा पिंक और मजेंटा लाइन का विस्तार, होगा ये फायदा
डीएमआरसी को नई डिपो के लिए अतिरिक्त भूमि की आवश्यकता थी लेकिन इसके लिए डीएमआरसी ने मुकुंदपुर डिपो को ही अपग्रेड किया है, जहां पर कुछ और स्टेबलिंग लाइनों का विस्तार होगा.
Delhi Metro News: दिल्ली मेट्रो अपने फेस चार के अंतर्गत दो कॉरिडोर का निर्माण कर रही है, जिसमें मजलिस पार्क से मौजपुर (पिंक लाइन का विस्तार) और जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम मार्ग (मजेंटा लाइन का विस्तार) किया जा रहा है. इसके लिए डीएमआरसी ने अपने मुकुंदपुर डिपो की क्षमता का विस्तार किया है. फेस चार सेक्शन के लिए डीएमआरसी ने नए डिपो की जगह मुकुंदपुर डिपो को ही अपग्रेड करने का फैसला किया है, जिससे कि फेस चार के कॉरिडोर का निर्माण हो जाने के बाद मुकुंदपुर डिपो पर ही अतिरिक्त ट्रेनें खड़ी की जाएंगी.
मुकुंदपुरा में हैं 24 स्टेबलिंग लाइनें
डीएमआरसी को नई डिपो के लिए अतिरिक्त भूमि की आवश्यकता थी लेकिन इसके लिए डीएमआरसी ने मुकुंदपुर डिपो को ही अपग्रेड किया है, जहां पर कुछ और स्टेबलिंग लाइनों का विस्तार होगा. इससे वहां पर अन्य ट्रेनें खड़ी की जा सकें. इस समय मुकुंदपुर डिपो में 24 स्टेबलिंग लाइनें हैं, इनमें से 11 लाइनों की लंबाई बढ़ाई जा रही है जिनका इस्तेमाल पिंक लाइन के स्टॉक की मरम्मत और ट्रेनें खड़ी करने के लिए किया जाएगा, जबकि शेष 13 स्टेबलिंग लाइनों का उपयोग मेजैंटा लाइन की जरूरतों के लिए किया जाएगा.
ट्रेन इंडक्शन के टाइम में आएगी कमी
डीएमआरसी के प्रमुख कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने बताया कि पहले से संचालित की जा रही मजलिस पार्क मेट्रो स्टेशन (पिंक लाइन) पर छह नई एलिवेटिड स्टेबलिंग लाइनें तैयार की जाएंगी, ये एलिवेटिड स्टेबलिंग लाइनें डिपो के बोझ को कम करेंगी और इन स्टेबलिंग लाइनों के संचालित हो जाने पर ट्रेन इंडक्शन टाइम में कमी आएगी. ये लाइनें मेजैंटा लाइन के जसोला विहार शाहीन बाग मेट्रो स्टेशन पर निर्मित एलिवेटिड स्टेबलिंग लाइनों के समान होंगी.
वॉयलेट लाइन को मिलेगा सपोर्ट
इसके साथ ही मुकुंदपुर डिपो के अलावा, सरिता विहार और अजरौंदा स्थित मौजूदा डिपो में भी अतिरिक्त सुविधाओं के साथ विस्तार कार्य किए जा रहे हैं, ताकि फेज-चार की सिल्वर लाइन (दिल्ली एरोसिटी से तुगलकाबाद) और पहले से संचालित वॉयलेट लाइन (लाइन-6 – कश्मीरी गेट से राजा नाहर सिंह) को सपोर्ट दिया जा सके.
इन नवीन कार्यों के द्वारा दिल्ली मेट्रो का प्रयास है कि नए डिपो के निर्माण और फेज-चार कॉरिडोरों के लिए सुविधाओं हेतु अतिरिक्त भूमि के अधिग्रहण से बचा जा सके, इसके बजाय, बढ़ी हुई क्षमता के साथ विद्यमान संसाधनों का पूर्ण उपयोग किया जाएगा. इससे व्यय और मैनपावर की आवश्यकता में कमी आएगी. साथ ही डिपो में किए जाने वाले विस्तार कार्यों में पिंक और मेजैंटा लाइनों के लिए नए टेस्ट ट्रैक भी शामिल होंगे.
2024 के अंत तक होगा पूरा काम
डिपो के विस्तार हेतु अधिकांश कलपुर्जों के लिए निविदाएं पहले ही सौंपी जा चुकी हैं. मुकुंदपुर डिपो में पुनरुद्धार सुविधा का वर्ष 2024 के अंत तक ऑपरेशनल होना संभावित है. फेज-चार के तहत, तीन कॉरिडोरों मतलब मजलिस पार्क से मौजपुर (12.31 कि.मी.), जनकपुरी पश्चिम से आर.के.आश्रम मार्ग (29.26 कि.मी.) और दिल्ली एरोसिटी से तुगलकाबाद (23.62 कि.मी.) की नई लाइनों पर दिल्ली मेट्रो द्वारा लगभग 65 कि.मी. लंबी नई लाइनें जोड़ी जा रही हैं, इन कॉरिडोरों पर निर्माण कार्य जारी है.
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