Delhi Metro News: दिल्लीवासियों के लिए बड़ी खबर. मेट्रो फेज-4 के प्रस्तावित दो कॉरिडोर को जल्द ही मंजूरी मिलने की संभावना बढ़ गई है. इसकी मंजूरी की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है. वहीं, हरियाणा में कुंडली तक मेट्रो विस्तार की परियोजना की डिटेल प्रॉजेक्ट रिपोर्ट को नए सिरे से बनाया जा रहा है, जिसके बाद इसके विस्तार का रास्ता भी साफ हो जाएगा. इसके अलावा, जिन डीप कॉरिडोर को जल्द मंजूरी मिल सकती है, उनमें लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक और इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर की परियोजना शामिल हैं. इनकी मंजूरी की प्रक्रिया एडवांस फेज में है.
इन इलाकों के लोगों को होगा फायदा
लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर के बनने से सिल्वर लाइन की मजेंटा लाइन यानी जनकपुरी पश्चिम से नोएडा के बीच सीधी कनेक्टिविटी होगी. फरीदाबाद मेट्रो से सीधे एयरपोर्ट से जुड़ जाएगा. शेख सराय, जीके, एंड्र्यूज गंज, पुष्प विहार और साकेत जी ब्लॉक की भी मेट्रो से कनेक्टिविटी बढ़ेगी. दूसरी तरफ इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर के बनने से पुरानी दिल्ली के बल्लीमारान इंद्रलोक, दयाबस्ती, सराय रोहिल्ला, नबी करीम एलएनजेपी अस्पताल के आसपास सटे घनी आबादी वाले इलाके भी मेट्रो नेटवर्क से जुड़ जाएंगे.
मुकुंदपुर से मौजपुर कॉरिडोर का काम 2024 में होगा पूरा
गौरतलब है कि मेट्रो फेज-4 के तहत 104 के किलोमीटर के नेटवर्क वाले कुल छह कॉरिडोर प्रस्तावित हैं. अभी तक छह में से 65.10 किलोमीटर के तीन कॉरिडोर तुगलकाबाद से एयरोसिटी, मुकुंदपुर से मौजपुर और जनकपुरी पश्चिम से आपके आश्रम को मंजूरी मिली है. तीनों कॉरिडोर पर काम चल रहा है. इनमें सबसे पहले 2024 में मुकुंदपुर से मौजपुर कॉरिडोर के पूरा होने की उम्मीद है. बाकी दो कॉरिडोर का काम 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित गया है. यहां पर इस बात का जिक्र भी कर दें कि तुगलकाबाद से ऐरोसिटी और मुकुंदपुर से मौजपुर कॉरिडोर पर मेट्रो पिलर के साथ पहली बार फ्लाईओवर भी बनाया जा रहा है.
दो कॉरिडोर को जल्द मिल सकती है मंजूरी
इन परियोजनाओं के अलावा तीन कॉरिडोर लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक, इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ और रिठाला-बवाना-नरेला कॉरिडोर को अब तक मंजूरी नहीं मिली है. केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के विशेष डयूटी अफसर ट्रांसपोर्ट जयदीप के मुताबिक तीन में से दो कॉरिडोर लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक और इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ की मंजूरी प्रक्रिया अपने एडवांस चरण में है. जल्दी ही इन दोनों कॉरिडोर को मंजूरी मिल सकती है. जबकि रिठाला-बवाना नरेला कॉरिडोर का हरियाणा के कुंडली तक विस्तार होना है. इनकी डीपीआर दोबारा बनेगी.
रिठाला-बवाना नरेला कॉरिडोर का विस्तार कुंडली तक किए जाने से हरियाणा का एक और शहर मेट्रो से जुड़ जाएगा. पहले इस कॉरिडोर पर लागत कम करने के लिए मेट्रो लाइट चलाने की योजना थी. उसकी डीपीआर भी लगभग तैयार हो गई थी, लेकिन बाद में वहां नरेला सब सिटी बसाने की योजना को देखते हुए फिर से सामान्य मेट्रो बनाने का प्रस्ताव रखा गया है. जिसकी डीपीआर फिर से तैयार की जा रही है. बता दें कि मेट्रो फेज-4 के तीनों कॉरिडोर को 2019 से मंजूरी का इंतजार है.