Delhi Metro News: दो दिन पहले यानी 28 जून 2024 को हुई भारी बारिश की वजह से लोग अपने-अपने घर से बाहर नहीं निकल पा रहे थे. तीन घंटे से ज्यादा देर तक भारी बारिश की वजह से दिल्ली जलमग्न हो गया था. जगह-जगह पर जाम का नजारा था. उस दिन लोगों को एक घंटे का सफर तय करने में कई-कई घंटे लगे. यह स्थिति इसलिए उत्पन्न हुई कि उस दिन जून माह के औसत से कई गुना ज्यादा बारिश कुछ ही घंटों हुई थी.
इसके बावजूद दिल्ली की लाइफ लाइन के नाम से लोकप्रिय डीएमआरसी की मेट्रो सेवा ने संकट की घड़ी में न केवल पहले की तरह तय समय में लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का काम किया, बल्कि यात्रियों को सुरक्षित यात्रा कराने के अपने वादों को भी पूरा किया.
दरअसल, 28 जून को देश की राजधानी दिल्ली में अनुमान से परे जाकर बारिश हुई थी. मौसम विभाग के वैज्ञानिक भी इसका अनुमान नहीं लगा पाए. एक ही दिन में पूरे जून माह के औसत से तीन गुना से भी ज्यादा 228 मिलीलीटर बारिश ने सबको चौंका दिया. भारी बारिश की वजह से दिल्ली वाले इस संकट में थे कि घर से बाहर कैसे निकलें?
DMRC ने दिया इस सवाल का जवाब
दिल्ली मेट्रो ने ऐसा उस समय किया जब दिल्ली सड़कें पानी से लबालब भरी हुई थीं. सभी अंडरपास के नीचे वाहन डूबते नजर आ रहे थे. बारिश की वजह से 11 लोगों की मौतें हुईं. उस दिन लोगों ने अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया. काफी संख्या में लोग दफ्तर भी नहीं गए. इन हालातों में भी दिल्ली मेट्रो ने साबित किया कि वो दिल्ली वालों के लिए लाइफ लाइन क्यों है?
28 जून को सात लाख ज्यादा लोगों ने किया मेट्रो से सफर
दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने उस दिन मूसलाधार बारिश के दौरान भी दिल्ली मेट्रो का सफल संचालन किया. 28 जून (शुक्रवार) को 69 लाख से ज्यादा यात्रियों की दिल्ली मेट्रो से यात्रा की. भारी बारिश के बावजूद दिल्ली मेट्रो 99.95 प्रतिशत समय की पाबंदी बरकरार रखने में सफल हुई. 28 जून 2024 को DMRC द्वारा दर्ज की गई कुल यात्रियों की संख्या 69,36,425 थीं. जबकि एक दिन पहले गुरुवार (27 जून 2024) को 62,58,072 यात्रियों
ने मेट्रो से सफर की थी.
27 जून की तुलना में 28 जून को दिल्ली मेट्रो ने लगभग 7 लाख अतिरिक्त यात्रियों ने अपनी सफर के लिए मेट्रो को चुना. दिल्ली मेट्रो में यात्रियों की संख्या में यह बढ़ोतरी यह दिखाता है कि राष्ट्रीय राजधानी में भारी बारिश के कारण बहुत से यात्रियों ने अपने निजी वाहनों या यात्रा के अन्य साधनों के बजाय मेट्रो का उपयोग करना पसंद किया.
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