Delhi News: दिल्ली मेट्रो के ब्लू लाइन गलियारे के मौजूदा ‘वायडक्ट’ को पार करने वाले दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस गलियारे के ‘वायाडक्ट’ के निर्माण के साथ ही एनसीआरटीसी ने एक नया मील का पत्थर हासिल कर लिया है.यह जानकारी अधिकारियों ने शुक्रवार को दी.‘वायडक्ट’ एक स्थान को पार करने के लिए ऊंचाई वाला पुल होता है.निर्माणाधीन ‘रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम’ (RRTS) गलियारा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) द्वारा रैपिडैक्स नाम की सेमी-हाई-स्पीड क्षेत्रीय रेल सेवा के लिए बनाया जा रहा है. एनसीआरटीसी केंद्र सरकार का एक संयुक्त उद्यम है जिसमें दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की सरकारें शामिल हैं.


भीड़ की समस्या से मिलेगा निदान
एनसीआरटीसी (NCRTC) ने एक बयान में कहा, ‘दिल्ली के प्रदूषण और भीड़भाड़ की समस्या के दीर्घकालिक रणनीतिक समाधान के तहत निर्मित, दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस गलियारे ने दिल्ली में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया है. दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन लाइन के ‘वायडक्ट’ को पार करने वाला आरआरटीएस गलियारे के ‘वायडक्ट’ का निर्माण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है.’आरआरटीएस गलियारे का ‘वायडक्ट’ न्यू अशोक नगर मेट्रो स्टेशन के पास एक बिंदु पर, लगभग 20 मीटर की ऊंचाई पर दिल्ली मेट्रो गलियारे को पार करता है.एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, मौजूदा और पहले से ही चालू मेट्रो लाइन पर इतनी ऊंचाई पर सफलतापूर्वक निर्माण कार्य करना इंजीनियरिंग के दृष्टिकोण से एक बड़ी उपलब्धि है.



यात्रियों को सुविधा के साथ मिलेगी सुरक्षा
अधिकारी ने कहा, ‘सराय काले खां आरआरटीएस स्टेशन से न्यू अशोक आरआरटीएस स्टेशन की ओर बढ़ते हुए, आरआरटीएस गलियारे की एलिवेटेड लाइन दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन के ‘वायडक्ट’ को पार कर रही है, जो हर दिन बड़ी संख्या में लोगों को सेवाएं प्रदान करती है.इस स्टेशन से यात्रा करने वाले यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ‘‘वायडक्ट के इस हिस्से का निर्माण केवल रात के समय किया गया.एनसीआरटीसी का लक्ष्य 2025 तक पूरे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ गलियारे को चालू करना है. इससे पहले, इस साल जल्द ही जनता के लिए 17 किलोमीटर लंबा प्राथमिकता वाला खंड चालू किया जाएगा. गलियारे का 17 किलोमीटर का प्राथमिकता वाला यह खंड साहिबाबाद और दुहाई डिपो के बीच है.


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