Delhi Pollution: वायु प्रदूषण के खिलाफ दिल्ली की सरकार ने एंटी डस्ट कैंपेन की शुरुआत की है. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने धूल रोधी नियम का पालन नहीं करने पर कड़ा एक्शन लिया है. उन्होंने दो निर्माण कंपनियों पर डीपीसीसी को 5-5 लाख जुर्माने लगाने के निर्देश दिए. सोमवार को पर्यावरण मंत्री ने आरएमएल अस्पताल, लेडी हार्डिंग्स रोड स्थित रामा सिविल इंडिया कंस्ट्रक्शन और गोदरेज के प्रोजेक्ट स्थल का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण से संबंधित अनियमितताएं पाई गईं.


मंत्री गोपाल राय ने बताया कि एंटी स्मॉग गन चल नहीं रहे थे, मिट्टी ढकी हुई नहीं थी, निर्माण कार्य में लगे मजदूरों ने मास्क भी नहीं लगा रखा था. डस्ट कंट्रोल नियम का उल्लंघन करने पर डीपीसीसी को जुर्माने का नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए हैं. नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर रोजाना के हिसाब से जुर्माने की राशि बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि निर्माण स्थलों पर डस्ट कंट्रोल के 14 नियमों को लागू करना जरूरी है. नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की जाएगी.


धूल रोधी नियम नहीं मानने पर होगी सख्त कार्रवाई- पर्यावरण मंत्री


अधिकारियों को निर्माण साइट्स पर लगातार निरीक्षण के निर्देश दिये गये हैं. मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली सरकार ने सर्दियों में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 21 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान पर काम शुरू कर दिया है. पराली को गलाने के लिए बायो डिकम्पोजर का छिड़काव भी शुरू हो गया है.


मंत्री गोपाल राय ने बताया कि वायु प्रदूषण की समस्या में सुधार के लिए 523 टीमें तैनात की गई हैं. ग्रीन वॉर रूम से प्रदूषण की मॉनिटरिंग की जा रही है. डस्ट प्रदूषण को रोकने के लिए 500 वॉटर स्प्रिंकलर, 85 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनों को पूरी दिल्ली में तैनात किया गया है. विंटर एक्शन प्लान को बेहतर तरीके से जमीन पर उतारने के लिए ग्रीन वॉर रूम काम कर रहा है. 


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