Independence Day 2024 In Delhi: दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में आयोजित किये गए स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जगह दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने तिरंगा फहराकर इसे लेकर चल रहे विवाद का पटाक्षेप कर दिया. लेकिन इस समारोह के दौरान परिवहन मंत्री ने अपने संबोधन में सीएम केजरीवाल को स्वतंत्रता सेनानी बताकर एक नए विवाद को जन्म दे दिया. कैलाश गहलोत ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री केजरीवाल और सिसोदिया के गुणगान करने के साथ केजरीवाल को आधुनिक युग का स्वतंत्रता सेनानी करार दिया. जिसे लेकर अब विपक्षी बीजेपी ने उनके साथ पूरी आम आदमी पार्टी के खिलाफ हमलावर रुख अख्तियार कर लिया है.


केजरीवाल की तुलना नादिरशाह से करना ज्यादा उचित: सचदेवा


दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने मंत्री कैलाश गहलोत द्वारा दिल्ली सरकार के स्वतंत्रता दिवस समारोह में राजनीतिक भाषण देने एवं जेल में बंद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आधुनिक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कहने की कड़ी निंदा की है. सचदेवा ने पलटवार करते हुए कहा, ''अरविंद केजरीवाल की तुलना नादिरशाह से करना ज्यादा उचित होता''.


गहलोत का संबोधन कार्यकर्ताओं को संबोधित करने जैसा


दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया का नाम लेकर जिस तरह कैलाश गहलोत ने नाम स्मरण एवं गुणगान किया ऐसा लग रहा था मानो वह दिल्ली सरकार के समारोह को नहीं आम आदमी पार्टी के मंच से पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे हों. गहलोत ने स्वतंत्रता दिवस भाषण में पुरानी चलती बिजली पानी का उल्लेख हो या फिर देश विरोधी ताकतों द्वारा केजरीवाल को रोकने जैसे शब्दों का प्रयोग सब कुछ राजनीतिक प्रोपेगेंडा जैसा था.


BJP ने बताया संविधान का अपमान


सचदेवा ने कहा कि कैलाश गहलोत द्वारा अरविंद केजरीवाल की तुलना स्वतंत्रता सेनानियों से करना शर्मनाक है और इसने हजारों लाखों स्वतंत्रता सेनानियों एवं उनके परिजनों की भावनाओं को आहत किया है. वहीं स्वतंत्रता दिवस सम्बोधन का राजनीतिकरण करके गहलोत ने लोकतंत्र का संविधान का अपमान किया जिसके लिए दिल्लीवासी उन्हे कभी माफ नहीं करेंगे.


गहलोत के इस भाषण पर शुरू हुआ विवाद


केजरीवाल की गैर-मौजूदगी में तिरंगा फहराने के बाद परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, ''आज के दिन से मेरी भावनाएं दो तरह से जुड़ी हैं. हमारे कितने वीर सपूतों ने जान की बाजी लगाकर हमें आजादी दिलाई, लेकिन मन व्यथित है कि आज लोकतांत्रिक रूप से चुने गए सीएम जेल की सलाखों हैं. आज मुझे उनकी जगह उपस्थित होना पड़ा है''. 


उन्होंने कहा कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आधुनिक स्वतंत्रता सेनानी हैं. उन्होंने काम की सजा के तौर पर जेल में जाना स्वीकार किया, लेकिन लोकतंत्र का हनन करने वालों के सामने झुकना स्वीकार नहीं किया. क्या इसीलिए हमें आजादी मिली थी कि एक दिन चुने हुए सीएम को जेल में डाल दिया जाएगा. सीएम केजरीवाल ने जनता को गरीबी अशिक्षा से मुक्ति दिलाने की कोशिश की. इस दौरान उन्होंने जहां एक तरफ दिल्ली सरकार के कामों को गिनवाए तो वहीं दूसरी तरफ जम कर बीजेपी और केंद्र सरकार पर हमला भी बोला.


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