Delhi: 'ईडी का असली मकसद हेमंत सोरेन की सरकार गिराना और...', सौरभ भारद्वाज का केंद्र सरकार पर हमला
Delhi Politics: सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ईडी चाहती थी कि जेएमएम गठबंधन की सरकार झारखंड में फिर से न बन पाए, लेकिन ऐसा हो नहीं सका, इसलिए अब केंद्र सरकार खिसिया रही है.
Delhi News: झारखंड हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री बने चंपई सोरेन ने आज विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया. वहीं अब इसको लेकर राजनेताओं के बयान सामने आ रहे हैं. दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि ईडी का मकसद हेमंत सोरेन की पार्टी पर दबाव बनाना और उनकी सरकार गिराना था. इसके अलावा सौरभ भारद्वाज ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान केजरीवाल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, "जिस तरीके से हेमंत सोरेन को गिरफ्तार करने के बाद वहां पर राजनीतिक नौटंकी चली. इससे ये बात साफ हो जाती है कि ईडी का असली मकसद हेमंत सोरेन की सरकार गिराना था और ये सुनिश्चित करना था कि उनकी (जेएमएम) सरकार दोबारा ना बने. ऐसा हो नहीं पाया इसलिए अब केंद्र सरकार खिसिया रही है."
#WATCH दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, "जिस तरीके से हेमंत सोरेन को गिरफ्तार करने के बाद वहां पर राजनीतिक नौटंकी चली... इससे ये बात साफ हो जाती है कि ED का असली मकसद हेमंत सोरेन की सरकार गिराना था और ये सुनिश्चित करना था कि उनकी(JMM) सरकार दोबारा ना बने... ऐसा हो… pic.twitter.com/LOhLrWG5R2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 5, 2024
बता दें कि हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद आज चंपई सोरेन ने आज विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया. विश्वासमत के प्रस्ताव के पक्ष में 47 वोट पड़े. वहीं विश्वासमत के प्रस्ताव के खिलाफ 29 वोट पड़े. गौरतलब है कि झारखंड 81 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए यहां किसी भी पार्टी को 41 विधायकों की जरूरत होती है. वहीं सरकार में नए मंत्री बनाए गए आलमगीर आलम ने बताया कि 47 मजबूत विधायक हैं और जल्द ही सोरेन सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा.
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