Independence Day 2023: पीएम मोदी के भाषण पर दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज का तंज- 'यह उनकी फेयरवेल स्पीच, दी भी इसी तरह... '
Independence Day 2023 Celebration: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी के दिए गए भाषण पर विपक्षी पार्टियों की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं. अब दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने प्रतिक्रिया दी है.
Delhi News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के अवसर पर भाषण दिया और अपने सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. उधर, पीएम मोदी के भाषण पर दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने तंज किया है. आप ने कहा कि यह दरअसल उनका विदाई भाषण (Farewell Speech) है. आप की तरफ से यह बयान इसलिए आया है क्योंकि अगले ही साल देश में लोकसभा चुनाव होने हैं.
दिल्ली के मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा, ''मुझे लगता है कि जिस तरह से प्रधानमंत्री ने स्पीच दी, वह उनकी फेयरवेल स्पीच थी. दी भी इसी तरह से गई है. कोशिश की गई है कि वह अपने 10 साल के काम गिनाएं. गिनाने योग्य कोई बात नहीं है. देश में गरीबी बढ़ी है, बेरोजगारी बढ़ी है, देश में जहां शांति हुई है वहां अब शहर में तनाव है.''
पीएम मोदी के कामकाज का लेखाजोखा मणिपुर में दिख रहा- आतिशी
उधर, दिल्ली की एक अन्य मंत्री आतिशी ने भी पीएम मोदी के भाषण को लेकर उनपर निशाना साधा है. आतिशी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ''देखिए हमने प्रधानमंत्री का भाषण तो सुना है लेकिन उनके 10 साल का कामकाज भी देखा है. और उनके 10 साल के कामकाज का लेखाजोखा मणिपुर में दिख रहा है जहां एक समुदाय के लोग दूसरे समुदाय को मारने पर तुले हैं, महिलाओं का रेप करने में लगे हैं.''
पीएम मोदी का भाषण सुनने की जरूरत नहीं है- आतिशी
आतिशी ने आगे कहा, ''हम प्रधानमंत्री के कामकाज का लेखाजोखा हरियाणा में देख रहे हैं जहां एक समाज के लोग दूसरे समाज के लोगों को मारने पर तुले हैं. हम प्रधानमंत्री के कामकाज का लेखाजोखा लाखों स्कूलों में देख रह रहै जहां स्कूलों में छत नहीं, डेस्क नहीं है, दीवारें टूटी हुई हैं. हम जगहों में पीएम मोदी के कामकाज का लेखाजोखा देख रहे हैं जहां एक पति अपनी पत्नी को इलाज के लिए 100 किलोमीटर दूर कंधे पर लेकर जाता है. प्रधानमंत्री के 10 साल का रिपोर्ट कार्ड देखने के लिए उनका भाषण सुनने की जरूरत नहीं है. उनके काम से पता चल जाता है कि 10 साल में प्रधानमंत्री कुछ नहीं कर पाए.''