Delhi में Monsoon से पहले साफ-सफाई पर MCD का जोर, 688 नालों से निकाली गई 87 हजार मीट्रिक टन गाद
Delhi MCD ने मानसून से पहले अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले सभी नालों की सफाई को लेकर काम तेज कर दिया है.
Monsoon In Delhi: मानसून से पहले दिल्ली नगर निगम (Delhi MCD) ने अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले सभी नालों की सफाई को लेकर काम तेज कर दिया है. दिल्ली नगर निगम के मुताबिक सभी नालों की मानसून से पहले साफ सफाई की जा रही है. नालों में जमा कचड़ा और गाद निकालने का काम लगभग पूरा हो चुका है और 15 जून तक सभी नालों को साफ कर दिया जाएगा जिससे मानसून के दौरान यह नाले सड़कों पर ओवरफ्लो होकर ना निकले.
दिल्ली नगर निगम ने बताया है कि 96 फीसदी तक नालों में से गाद निकालने का काम पूरा हो चुका है. बचा हुआ काम भी 15 जून से पहले पूरा कर लिया जाएगा. निगम का कहना है कि दिल्ली नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में आने वाले सभी नालों की साफ सफाई के लिए उनके पास सभी उपकरण हैं जिससे कि आसानी से नालों की सफाई की जा सके. इसके अलावा सभी अनुभवी कर्मचारी ही इस काम के लिए तैनात किए गए हैं, जिससे सफाई के दौरान कोई समस्या ना आए.
MCD का मकसद है ओवरफ्लो ना हो नाले
निगम की ओर से जानकारी दी गई है कि अब तक 688 नालों में से 87 हजार मैट्रिक टन से भी ज्यादा गाद निकाली जा चुकी है. इस गाद को नालों से निकालने के बाद इसे लैंडफिल साइट पर भेजा जा रहा है. इसके साथ ही मानसून से पहले नालों की साफ-सफाई को लेकर दिल्ली सरकार, पीडब्ल्यूडी, डीएसआईआईडीसी और सिंचाई विभाग के साथ भी तालमेल बनाया जा रहा है ताकि दिल्ली के सभी नालों की समय रहते साफ-सफाई हो पाए. MCD का मकसद है कि मानसून के दौरान दिल्ली की सड़कों पर पानी ना भरे और नाले ओवरफ्लो होकर बाहर ना बहें.
दरअसल, दिल्ली के सभी नाले आपस में जुड़े हुए हैं ऐसे में सभी विभागों को समय रहते इनकी साफ सफाई करनी होगी. तभी मानसून के दौरान राजधानी दिल्ली में होने वाले जलभराव से लोगों को निजात मिलेगी. इसके लिए निगम ने सभी विभागों से अनुरोध किया है. हालांकि इसके बाद अब यह देखना होगा कि मानसून के बाद राजधानी दिल्ली में क्या कुछ हालात रहते हैं हालांकि हर बार दिल्ली में थोड़ी सी बारिश के बाद ही जलभराव की स्थिति देखने को मिलती है.
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