Waterlogging in Delhi: देश की राजधानी दिल्ली में मानसून ने दस्तक दे दी है. मानसून के दस्तक के साथ ही दिल्ली सरकार ने अपने अधीन आने वाली सड़कों पर जलभराव वाले स्थानों की लिस्ट जारी कर दी है. इस बार राज्य सरकार ने जलभराव वाले 171 स्थानों की पहचान की है. यह पिछले साल के तुलना में 24 ज्यादा है. दरअसल, पिछले साल जलभराव के 147 स्थानों की पहचान की गई थी. वहीं इस बात को गंभीरता से लेते हुए PWD ने जलभराव से राहत देने के लिए फ्लड कंट्रोल ऑर्डर 2022 जारी कर दिया है.
फ्लड कंट्रोल ऑर्डर 2022 जारी
दिल्ली में PWD द्वारा जलभराव की गंभीरता को देखकर फ्लड कंट्रोल ऑर्डर जारी कर दिया है. इसमें विशेष तौर पर अंडरपास की निगरानी की जाएगी. ऑर्डर के अनुसार अंडरपास में 8 इंच पानी भरने के बाद टीम सतर्क हो जाएंगी. वहीं इससे अधिक पानी बढ़ा तो आवागमन को भी रोक दिया जाएगा. पीडब्ल्यूडी ने वार्निंग देते हुए कहा कि भारी बारिश में नियम को नहीं मानने वालों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाएगी.
पानी निकालने के लिए किए गए विशेष इंतजाम
वहीं दिल्ली में जलभराव से निपटने के लिए विशेष इंतजाम भी किए गए हैं. जहां हर साल जलभराव की स्थिति होती है वहां की निगरानी के लिए कर्मचारियों को रखा गया है. वह शिफ्ट के हिसाब से 24 घंटे काम करेंगे. वहीं राजधानी के प्रमुख अंडरपास के पास सीसीटीवी और वाटर सेंसर सिस्टम लगाए गएहैं.
वहीं बारिश के दौरान लोगों को मोबाइल पर लाइव फीड भी मिलेगी. एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि पंपिंग स्टेशनों पर भूमिगत वाटर लेवल इंडिकेटर लगाए गए हैं. जब पानी एक खास निशान के पास पहुंच जाएगा तो हूटर बजने लगेगा और यह कर्मचारियों के लिए चेतावनी होगी कि जलनिकासी पंप को शुरू किया जाए.
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