Delhi Muder: राजधानी दिल्ली में अपराध का ग्राफ काफी तेजी से बढ़ रहा है, और सोमवार की रात से मंगलवार की रात तक में राजधानी में एक के बाद एक कर के तीन हत्याएं हुई, जबकि एक की हालात अभी गंभीर बनी हुई है. इन मामलों में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर जल्दी ही मामले का खुलासा कर लिया. 


पहला मामला मंगोलपुरी थाना इलाके का है, जहां सोमवार की रात मोबाइल रिपेयरिंग और ऑनलाइन फॉर्म भरने का काम करने वाले एक युवक नीरज की कुछ युवकों ने दुकान में घुस कर बेसबॉल से पिटाई कर उसे अधमरा कर दिया. जिसकी बाद में इलाज के दौरान मौत हो गयी.


बेसबॉल बैट से सिर पर हमला कर किया अधमरा


इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी प्रिंस को वारदात के महज छह घंटो के भीतर गिरफ्तार कर लिया. वह अपने पैतृक गांव राजस्थान के दौसा भागने की फिराक में था, लेकिन इससे पहले की वह भागने में कामयाब हो पाता, मंगोलपुरी थाने के एसएचओ वीरेंद्र कुमार की नेतृत्व वाली टीम ने उसे दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन के पास फ्लाईओवर से दबोच लिया. 


डीसीपी जिमी चिरम ने बताया कि नीरज पीतमपुरा के डेरा गाजी खान, मद्रासी झुग्गी में अपनी मां, दादी, चार भाई और दो बहनों के साथ रहता था. उसके पिता की मौत हो चुकी है. नीरज के आरोपी की प्रिंस  बहन से दोस्ती थी, जिसे लेकर इन दोनों में पहले भी विवाद हुआ था. उसी बात को लेकर प्रिंस ने बेसबॉल बैट से उसके सिर पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया और फिर वहां से फरार हो गया था.


इलाज के दौरान हुई युवक की मौत


बताया जा रहा है कि, नीरज घर के पास ही स्थित दुकान में रात 9 बजे कुछ काम कर रहा था, तभी प्रिंस वहां कुछ युवकों के साथ पहुंचा और उस पर बेसबॉल बैट से हमला कर दिया. जिसके बाद उसे अधमरी हालात में छोड़ कर वे सभी वहां से फरार हो गए. नीरज के बड़े भाई उसे लेकर महावीर अस्पताल गए, जहां से उसे दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया गया. कई अस्पतालों के चक्कर काटने के बाद उसे महाराजा अग्रसेन अस्पताल में भर्ती कराया गया, यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. नीरज के भाई सूरज ने कहा कि अगर समय पर उसके भाई को इलाज मिल जाता तो उसकी जान बच सकती थी.


गाली-गलौच करना पड़ा महंगा 


वहीं, एक-दूसरे मामले में गाजीपुर इलाके में एक शख्स की पिता-पुत्र की जोड़ी ने पहले तो पिटाई कर दी और फिर बाद में उस पर चाकू से हमला कर दिया. उसे बचाने पहुंचे उसके भाई पर भी आरोपियो ने चाक़ू से हमला कर दिया, जिससे दोनों ही गंभीर रूप से घायल हो गए. इनमें से एक को अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, जबकि दूसरे की हालत गंभीर बनी हुई है. मृतक की पहचान विक्की सोनी, जबकि घायल की रिक्की सोनी के रूप में हुई है. ये दोनों अपने परिवार के साथ जीडी कॉलोनी के एक मकान की पहली मंजिल पर किराए पर रहते थे.


बड़े भाई की गई जान, तो दूसरा अस्पताल में भर्ती


दरअसल, उसी मकान की दूसरी मंजिल की ओर सारांश और उसके पिता प्रदीप जो सिक्योरिटी गार्ड का काम करते हैं, वो रह रहे थे. मंगलवार की रात तकरीबन साढ़े 11 बजे संपत्ति को लेकर बाप-बेटे में कुछ कहासुनी हुई और सारांश अपने पिता प्रदीप और मां बॉबी को गालियां देने लगा. प्रदीप भी उस दौरान सारांश के साथ गाली-गलौच कर रहे थे.


जिसे सुन कर विक्की सोनी ऊपर गया और घर मे महिलाओं और बच्चों के होने का हवाला देकर गाली-गलौच का विरोध करने लगा. जिस पर प्रदीप भड़क गया और उसके घर का मामला कहते हुए पिता-पुत्र ने विक्की की पिटाई करनी शुरू कर दी. 


भाई की आवाज सुन कर रिक्की भी ऊपर पहुंच गया और उसे बचाने लगा. इतने में सारांश ने चाकू निकाल कर विक्की के सीने में घोंप दिया. रिक्की ने जब उसे बचाने की कोशिश की तो उसने उसके भी हाथ और सीने पर वार किया. दोनों को घायल अवस्था में एलबीएस अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने विक्की को मृत घोषित कर दिया. इस मामले में पुलिस ने बीएनएस की धारा के तहत मामला दर्ज कर आरोपी पिता प्रदीप और उसके बेटे सारांश को गिरफ्तार कर लिया है.


गली में दौड़ा कर चाकू से गोदा, मौके पर हुई मौत


एक अन्य मामले में पश्चिमी दिल्ली के रघुबीर नगर थाना इलाके में एक युवक की फिल्मी स्टाइल में गलियों में दौड़ा कर चाकू से गोद कर हत्या कर दी गयी. बताया जा रहा है कि, इस मामले में मृतक 23 वर्षीय युवक लक्ष्य पार्लर एकेडमी में काम करता था और वह अपने घर का इकलौता कमाने वाला था. इस मामले में पुलिस ने दो नाबालिगों को पकड़ा है. जिन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले हुए झगड़े का बदला लेने के लिए उन्होंने लक्ष्य की हत्या कर दी.


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