Delhi Mudra Loan: 'मुद्रा लोन' अप्रूव होने का कॉल आये हो जाएं सावधान! साइबर ठगों ने ढूंढ निकाला 'Fraud' का नया तरीका
Mudra Loan News: साइबर ठग अब डिजिटल एप जरिए मुद्रा लोन के नाम पर फ्रॉड की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। इससे लोगों को बचने की जरूरत है.
Delhi Mudra Loan Update: केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई 'प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना' बहुत ही कम समय मे काफी लोकप्रिय होने की वजह से बड़ी संख्या में लोग इस सुविधा का लाभ उठाना चाहते हैं, लेकिन डॉक्युमेंट्स के आभाव में अधिकांश आवेदकों को लोन नहीं मिल पाता है. कुछ लोग तो लोन लेने से इसलिए वंचित रह जाते हैं कि उन्हें लोन पाने की सही प्रक्रिया के बारे के जानकारी नहीं होती है. बस, इसी का फायदा उठाकर साइबर ठग लोन की चाह रखने वाले लोगों से ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं.
प्रधानमंत्री मुद्रा लोन के नाम पर अब तक कई लोग ठगी के शिकार हो चुके हैं. ये कोई नई खबर भी नहीं है. लेकिन अब साइबर ठगों ने खुद को और भी अपग्रेड कर लिया है और बाकायदा डिजिटल एप लांच कर साइबर अपराधी अब ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं. इससे लोगों को बचने की जरूरत है.अब तक लाखों लोग साइबर ठगों के शिकार बन चुके हैं.
बता दें कि साइबर ठगों द्वारा प्ले स्टोर पर मोबाइल ऐप के जरिए बेहद आसानी से मुद्रा लोन योजना के नाम पर ठगी को अंजाम दिया जा रहा है. दिल्ली, मुंबई समेत देश के बड़े महानगर कस्बे गांव तक के लोग ठगी के शिकार हो चुके हैं. काफी संख्या में लोग शिकायत लेकर पुलिस स्टेशन तक भी पहुंचे हैं. साइबर अपराधी फर्जी वेबसाइट और मोबाइल ऐप के जरिए अब तक लाखों लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं.
लोन अप्रूव कराने के नाम पर करते हैं ठगी
साइबर एक्सपर्ट के मुताबिक ठगी के काम में शामिल लोगों के काम करने का तरीका बिल्कुल अलग है. पहले ये फेसबुक या यूट्यूब पर अपने एड डालते हैं. फेसबुक और यूट्यूब के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Al) और माशिमं लर्निंग (ML) फीचर का इस्तेमाल करके उस ऐड को कॉन्फिगर किया जाता है कि वो ज्यादा से ज्यादा उन लोगों की प्रोफाइल पर दिखे जो छोटे शहरों के हैं और निम्न या मध्यम वर्ग के व्यापारी हैं. ऐड को देखकर लोग इनके झांसे में आ जाते हैं. जिसे डाउनलोड करने के बाद इसमें आधार नंबर, पैन नंबर (ऑप्शनल) नाम, पता सहित बेसिक जानकारियां देनी होती हैं. फॉर्म भरने के कुछ घंटों बाद या अगले दिन इनके कॉल सेंटर से फोन आता है कि हम इस बैंक से बोल रहे हैं और आपका मुद्रा लोन अप्रूव हो गया है. आपको प्रोसेसिंग फीस के लिए इतने पैसे जमा कराने होंगे.
इस काम में लड़कियों को बनाते हैं ढाल
पेमेंट के लिए जो यूपीआई आईडी ठगों द्वारा दी जाती है, उसे भी इतनी चालाकी से ऐसा बनाया गया होता है, जिससे वो बिल्कुल असली लगे. अगर ग्राहक इनके जाल में फंस कर पेमेंट कर देता है, तो उसके तुरंत बाद ही साइबर ठग उसका नंबर ब्लॉक कर देते हैं. अभी भी ऐसे फेक ऐप्स की भरमार है. ये ठग सिर्फ लोगों को ही नहीं ठगते हैं, बल्कि लोगों को कॉल करने के लिए कॉलेज की लड़कियों को झांसा देकर इस काम के लिए अप्वाइंट करते हैं. उनको यह लालच दिया जाता है कि कुछ महीने अगर उनका अच्छा परफॉर्मेंस रहा तो सरकारी बैंक में परमानेंट जॉब हो जाएगी.
पहले ऑफलाइन तरीके से की जाती थी ठगी
अप्रैल 2015 में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) की शुरुआत हुई थी. तब से ही इसके नाम पर ठगी की भी शुरुआत हो गई थी. पहले ये धोखाधड़ी ऑफलाइन तरीके से होती थी. वैसे लोगों को निशाना बनाया जाता था जो छोटे-मोटे दुकानदार या व्यापारी हैं. पहले उनसे फोन पर कॉल करके या मेसेज से ट्रैप में फंसाया जाता था. फिर साइबर अपराधी एजेंट बनकर मिलते हैं. लोन के इच्छुक लोगों से एक फॉर्म भरवाते हैं. फिर, अगले दिन प्रोसेसिंग फी के नाम पर पैसे ऐंठे जाते थे.
साइबर ठगों से रहें सतर्क
- अगर आप मुद्रा लोन योजना के तहत लोन लेना चाहते हैं तो किसी भी बैंक के नजदीकी शाखा से संपर्क करें.
- किसी ऐप या वेबसाइट पर अपनी निजी या फाइनेंशियल जानकारी ना दें.
- अगर कोई फोन करके आपको मुद्रा या किसी अन्य योजना के अंतर्गत लोन दिलाने की बात कर रहा है तो बिलकुल भी उसके झांसे में न आएं.
- अगर लोन ऑनलाइन अप्लाई करना चाहते हैं तो बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर ही अप्लाई करें.
- अगर कोई आपको झटपट, बिना किसी वेरिफिकेशन के या अधूरे डॉक्यूमेंट पे लोन दिलाने की बात करे तो समझ लें वो फर्जी है.
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