Delhi News: QR Code के जरिए प्लास्टिक का कूड़ा इकट्ठा करेगी दिल्ली नगर निगम, जानें क्या है प्लास्टिक पिकअप चैट बॉट?
Delhi News: दिल्ली नगर निगम ने स्वयंभू संस्था के साथ मिलकर प्लास्टिक के कचरे को इकट्ठा करने के लिए क्यूआर कोड आधारित 'प्लास्टिक पिक-अप चैट बॉट' की सुविधा शुरू की है.
Delhi News: देशभर में एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लग गया है. जिसके बाद अलग-अलग एजेंसियां और प्रशासन द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है और इसके विकल्प भी सुझाए जा रहे हैं. साथ ही सिंगल यूज प्लास्टिक को बाजारों और लोगों के बीच से हटाने के लिए भी कई सुझाव लाए जा रहे हैं. ऐसे में राजधानी दिल्ली में नगर निगम द्वारा प्लास्टिक के कचरे को इकट्ठा करने के लिए एक क्यूआर कोड आधारित प्लास्टिक संग्रहण सेवा लांच की गई है.
दिल्ली नगर निगम ने स्वयंभू संस्था के साथ मिलकर प्लास्टिक के कचरे को इकट्ठा करने के लिए क्यूआर कोड आधारित 'प्लास्टिक पिक-अप चैट बॉट' की सुविधा शुरू की है. इसके जरिए लोग घर बैठे अपना प्लास्टिक का कचरा दिल्ली नगर निगम को सौंप सकते हैं और इसके बदले में आकर्षक उपहार पा सकते हैं. दिल्ली नगर निगम के विशेष अधिकारी अश्विनी कुमार ने बताया कि अभी यह सुविधा दिल्ली के करोल बाग क्षेत्र में शुरू की जा रही है, जिसके बाद इसे अन्य क्षेत्रों में भी शुरू किया जाएगा.
कचरे को लेने के लिए निगम की गाड़ी पहुंचेगी
करोल बाग क्षेत्र की उपायुक्त शशांका आला ने बताया बताया कि प्लास्टिक पिकअप चैट बॉट कि सुविधा के जरिए लोग अपना प्लास्टिक का कचरा एक युवक कोर्ट के जरिए दिल्ली नगर निगम को दे सकेंगे. दिल्ली नगर निगम इलाके के मार्केट एसोसिएशन, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन कार्यालय समेत अन्य प्रमुख जगहों पर ये शॉप होगी जहां से लोग स्कैन कर अपना कचरा निगम को दे सकेंगे. स्कैन करने के बाद व्यक्ति का नाम, मोबाइल नंबर और कचरे को पिकअप करने की जगह के बारे में पूछा जाएगा. जिसके बाद निगम द्वारा खुद ही उस कचरे को लेने के लिए निगम की गाड़ी पहुंचेगी यानी कि अपना प्लास्टिक का कचरा लोगों को कहीं और फेंकने की आवश्यकता नहीं होगी.
प्लास्टिक कचरे का बेहतर समाधान
प्लास्टिक पिक-अप चैट बॉट सुविधा का शुभारम्भ करते हुए विशेष अधिकारी अश्विनी कुमार ने कहा कि निगम की यह पहल सराहनीय है. जल्द ही इस सुविधा को निगम के अन्य क्षेत्रों में लागू करने का भी प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि इस पहल के माध्यम से प्लास्टिक कचरे की समस्या का बेहतर समाधान करने में मदद मिलेगी और प्लास्टिक को लैंडफिल साइट पर पहुंचने से रोका जा सकेगा. कुमार ने कहा कि प्लास्टिक कचरा लैंडफिल के साथ-साथ शहर की सफाई व ड्रेनेज सिस्टम के लिए भी बड़ी चुनौती होती है.
48 घंटे के भीतर प्लास्टिक का कूड़ा उठा लिया जाएगा
निगम के विशेष अधिकारी ने कहा कि प्लास्टिक के कचरे को इकट्ठा करने के लिए क्यूआर कोड के अलावा अन्य माध्यमों से भी जोड़ा जाना चाहिए. जिससे कि अधिक से अधिक लोग सुविधा का लाभ उठा सकें और प्लास्टिक के कचरे का समुचित और बेहतर निस्तारण हो. करोल बाग की उपायुक्त ने बताया कि निगम स्वयंभू संस्था के साथ मिलकर प्लास्टिक के कचरे को संग्रहित करने का काम कर रही है जिसके लिए इस सुविधा लांच की गई है. क्यूआर कोड स्कैन करने के बाद व्यक्ति द्वारा अपनी जानकारी देने पर 48 घंटे के भीतर प्लास्टिक का कूड़ा उठा लिया जाएगा. इसके साथ ही निगम द्वारा इस सुविधा का अधिक से अधिक लाभ उठाए जाने की लोगों से अपील की गई है, जिससे कि प्लास्टिक का सही निस्तारण हो सके.
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