Delhi Namaz Viral Video: दिल्ली के इंद्रलोक में नमाज़ पढ़ रहे लोगों को लात मारने वाले SI पर हुआ हमला? पुलिस ने बताई वायरल वीडियो की सच्चाई
Delhi News: इंद्रलोक में नमाज़ियों को लात मारने वाले सब इंस्पेक्टर पर पुलिस की मौजूदगी में हमले का दावा किया जा रहा है. डीसीपी नॉर्थ की ओर से एक्स हैंडल पर इस वीडियो की सही जानकारी दी गई है.
Delhi News: दिल्ली के इंद्रलोक इलाके में शुक्रवार (8 मार्च) को सड़क के किनारे नमाज़ पढ़ते वक्त हुआ विवाद अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस घटना के बाद अलग-अलग वीडियो वायरल हो रहा है, जिसको लेकर सोशल मीडिया दो खेमों में बंटा हुआ है. इस बीच रविवार (10 मार्च) को एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें दावा किया गया कि नमाजियों को लात मारने वाले सब इंस्पेक्टर पर भीड़ ने पुलिस की मौजूदगी में हमला कर दिया.
पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच कथित तौर पर विवाद का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर शेयर किया जा रहा है. वीडियो साझा करते हुए एक यूजर ने लिखा कि 'कल दिल्ली में एक नमाजी को लात मारने वाले दारोगा मनोज तोमर पर पुलिस की मौजूदगी में हमला हुआ.' इस वीडियो के सामने आने के बाद डीसीपी नॉर्थ दिल्ली के आधिकारिक एक्स हैंडल से इस दावे को गलत बताया गया है.
This is wrong information. The mentioned SI is not present in this video.
— DCP North Delhi (@DcpNorthDelhi) March 10, 2024
The video is not of yesterday (Saturday) but of Friday, 8th March, when protestors had gathered in Inderlok. Locals escorted police officers to the police post after which scuffle took place.@CPDelhi https://t.co/pEHesmoySW
डीसीपी नॉर्थ ने क्या कहा?
डीसीपी नॉर्थ की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ट्वीट कर कहा गया कि 'यह गलत जानकारी है. बताए गए SI इस वीडियो में मौजूद नहीं हैं. वीडियो शनिवार का नहीं है, बल्कि 8 मार्च का है जब प्रदर्शनकारी इंद्रलोक में एकत्रित हुए थे. तब स्थानीय लोग पुलिस अधिकारियों बचाते हुए पुलिस पोस्ट तक लाए थे, जिसके बाद झड़प हुई.'
क्या है पूरा मामला?
बता दें इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन के पास शुक्रवार (8 मार्च) को सड़क किनारे नमाज पढ़ रहे कुछ लोगों को सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार तोमर द्वारा धक्का देने और लात मारने के बाद उत्तरी दिल्ली क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी. यह घटना दोपहर करीब 2 बजे जुमे की नमाज के दौरान हुई, जिसके बाद सैकड़ों स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद सब-इंस्पेक्टर को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया.