दिवाली के त्योहार के बाद दिल्ली में वायु प्रदूषण चरम पर है.सरकार द्वारा आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद लोगों ने खूब पटाखे जलाए जिस कारण दिल्ली-एनसीआर की हवा काफी जहरीली हो गई है. सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक "दिल्ली की ओवरऑल वायु गुणवत्ता आज बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई है. इसके और ज्यादा खराब होने की संभावना है और ये आज रात तक "बहुत खराब" से "गंभीर" श्रेणी में प्रवेश कर सकती है.
दिल्ली के जनपथ में आज वायु गुणवत्ता खतरनाक श्रेणी में
दिल्ली के जनपथ में हवा की गुणवत्ता शुक्रवार सुबह यानी आज 'खतरनाक' श्रेणी में पहुंच गई. इस क्षेत्र में प्रदूषण मीटर (PM) 2.5 की सांद्रता 655.07 थी. वहीं रविवार शाम (7 नवंबर) तक हवा की गुणवत्ता में सुधार नहीं होगा. SAFAR ने कहा कि हालांकि, 'बहुत खराब' कैटेगरी में सुधार में उतार-चढ़ाव होगा.
दिल्ली का AQI आज 386 है
सफर ने आगे कहा है कि दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) वर्तमान में 386 पर है और इसमें और गिरावट जारी है. IIT दिल्ली के पास AQI 395 दर्ज किया गया, जबकि गुरुग्राम और नोएडा के NCR क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता क्रमशः 389 और 448 दर्ज की गई. बता दें कि शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब', तथा 401 और 500 के बीच को 'गंभीर' माना जाता है.
गुरुवार को शाम चार बजे तक AQI 382 था
बता दें कि दिवाली वाले दिन यानी गुरुवार को दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच AQI शाम चार बजे 382 था जो रात आठ बजे तक बढ़कर ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया क्योंकि कम तापमान और हवा की गति कम रहने की वजह से प्रदूषण तत्वों का बिखराव नहीं हो सका.वहीं धड़ल्ले से पटाखे जलाने के चलते रात नौ बजे के बाद दिल्ली के पड़ोसी शहरों फरीदाबाद में AQI 424, गाजियाबाद में 442 गुरुग्राम में 423 और नोएडा में 431 दर्ज किया गया, जोकि 'गंभीर' श्रेणी में आता है.
प्रतिबंध के बावजूद लोगों ने जमकर फोड़े पटाखे
गौरतलब है कि पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में कई लोगों को सड़क पर पटाखे फोड़ते देखा गया, जिससे हवा की गुणवत्ता में गिरावट आई. आसमान में धुंध की मोटी चादर छाई हुई नजर आ रही है, यहां के लोगों ने गले में खुजली और आंखों से पानी आने की शिकायत की.
दिल्ली में आज प्रदूषण में पराली की हिस्सेदारी 35 फीसदी
वहीं सफर मॉडल के पूर्वानुमान के अनुसार, पराली की हिस्सेदारी आज (5 नवंबर) को 35 फीसदी और 6 नवंबर और 7 नवंबर को 40 फीसदी तक पहुंच जाएगी.इसने आगे कहा कि, 'सात नवंबर की शाम से ही राहत मिलने की उम्मीद है, लेकिन AQI बहुत खराब श्रेणी में रहेगा.' वहीं दिल्ली के प्रदूषण स्तर में गुरुवार को पराली जलाने का योगदान बढ़कर 25 प्रतिशत हो गया जो इस मौसम का अब तक का सबसे ज्यादा स्तर है.
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