बॉलीवुड फिल्म 'स्पेशल 26' देख कर गिरोह ने भेजा ED का फेक नोटिस, 15-20 करोड़ वसूलने की कोशिश, ऐसे हुआ खुलासा
Delhi Crime News: अखिलेश और दर्शन से मुंबई एयरपोर्ट पर मुलाकात की. अधिकारी ने कहा- आरोपी ने शिकायतकर्ता को बताया कि ईडी को हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति मिली है.
Delhi Fraud News: बॉलीवुड फिल्म 'स्पेशल 26' से प्रेरित एक गिरोह मुंबई की एक कंपनी के ध्यक्ष को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का फर्जी नोटिस भेजकर उनसे 15 से 20 करोड़ रुपये वसूलने की कोशिश कर रहा था. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इसका भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने कहा कि उन्होंने गिरोह में शामिल असम राइफल्स के हेड कांस्टेबल सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया है. इस बीच, अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए एक अभियान शुरू किया गया, जिसमें दिल्ली के एक वकील भी शामिल हैं.
आरोपियों की पहचान अखिलेश मिश्रा, दर्शन हरीश, विनोद कुमार पटेल, धर्मेंद्र कुमार गिरि, नरेश महतो, असरार अली, विष्णु प्रसाद, देवेंद्र कुमार दुबे और गजेंद्र उर्फ गुड्डू के रूप में हुई है. एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि नवी मुंबई निवासी और निप्पॉन इंडिया पेंट्स के अध्यक्ष को हाल ही में ईडी से दो नोटिस प्राप्त हुए थे और बाद में उनके सहयोगी को किसी अखिलेश द्वारा सूचित किया गया था कि ईडी ने मामला दर्ज किया है और जल्द ही वे गहरी मुसीबत में पड़ जाएंगे लेकिन वह अपने स्रोतों के माध्यम से मामले को सुलझाने में उनकी मदद कर सकते हैं.
यादव ने कहा, अखिलेश, उनके बेटे और दर्शन ने शिकायतकर्ता से फिर से संपर्क किया और बताया कि उन्होंने ईडी के सूत्रों से पुष्टि की है. उन्होंने उनसे वादा किया कि वह ईडी कार्यालय में अपने संपर्क की मदद से इस मुद्दे को सुलझा सकते हैं. जिन्होंने शुरू में 2 से 3 करोड़ रुपये मांगे और आगे दिल्ली में मिलने के लिए कहा.
ईडी कार्यालय में चीजों को व्यवस्थित करने के लिए यात्रा खर्च भी मांगा
12 नवंबर को शिकायतकर्ता ने आरोपी अखिलेश और दर्शन से मुंबई एयरपोर्ट पर मुलाकात की. अधिकारी ने कहा- आरोपी ने शिकायतकर्ता को बताया कि ईडी को हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति मिली है और इस मुद्दे को करोड़ों रुपये में भुगतान के साथ ही सुलझाया जाएगा. आरोपी ने दिल्ली जाने और दिल्ली के ईडी कार्यालय में चीजों को व्यवस्थित करने के लिए यात्रा खर्च भी मांगा.
पीड़िता ने दोनों आरोपियों के हवाई टिकट बुक करा दिए और दिल्ली के अशोका होटल में मुलाकात भी तय की थी. अधिकारी ने कहा, बैठक के दौरान, आरोपी व्यक्तियों ने बातचीत और समझौते के लिए 20 करोड़ रुपये की मांग की. इसके बाद पीड़ित ने पुलिस से संपर्क किया, जिसके बाद भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच की गई. दोनों आरोपियों को अशोका होटल के टी लाउंज एरिया से गिरफ्तार किया गया.
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि उनके तीन सहयोगी उसी होटल के एक कमरे में मौजूद थे. अधिकारी ने कहा- सूचना पर कार्रवाई करते हुए, एक पुलिस टीम ने होटल पर छापा मारा और विनोद कुमार पटेल, धर्मेंद्र कुमार गिरी और नरेश महतो को मौके से गिरफ्तार कर लिया, जबकि गिरोह के अन्य सदस्य असरार अली, विष्णु प्रसाद और देवेंद्र कुमार दुबे को खान मार्केट से पकड़ा गया.
अधिकारी ने कहा, पूरी साजिश की योजना बनाई गई थी और सावधानीपूर्वक रची गई थी और हर भूमिका को सटीक रूप से परिभाषित और अधिनियमित किया गया था.