Delhi NCR News: दिल्ली में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के दस्तक के बाद अब गाजियाबाद (Ghaziabad) में भी मंकीपॉक्स का खतरा मंडराने लगा है. अब तक जिले में मंकीपॉक्स के दो संदिग्ध मरीज मिल गए हैं जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है. गाजियाबाद में मिलने वाले मंकीपॉक्स के दोनों संदिग्ध मरीजों में से एक का इलाज देश की राजधानी दिल्ली में चल रहा है तो वहीं दूसरे मरीज के सैंपल को पुणे भेजा गया है. जिस मरीज में पहले मंकीपॉक्स के लक्षण मिले थे उसका इलाज राजधानी दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में चल रहा है. दोनों मरीजों में बुखार के साथ शरीर पर दाने भी हैं. हालांकि इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने दोनों में मंकीपॉक्स कि पुष्टि फिलहाल नहीं की है.
मरीज का सैंपल भेजा पुणे
दरअसल 26 जुलाई को गाजियाबाद में एक और मरीज के अंदर मंकीपॉक्स के लक्षण मिले हैं. यह लक्षण मिलने के बाद उसे संदिग्ध मानकर मरीज का सैंपल पुणे भेजा गया है. जिस मरीज में मंकीपॉक्स के लक्षण मिले हैं उसकी उम्र 28 साल बताई गई है और वह साहिबाबाद की कंपनी में काम करता है. युवक को बुखार जैसे लक्षण थे जिसके बाद वह गाजियाबाद के एमएमजी अस्पताल में अपना इलाज करवा रहा था. उसके लक्षणों को देखते हुए वहां मौजूद डॉक्टरों को मंकीपॉक्स के सिम्टम्स नजर आए जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी. इसके बाद युवक के सैंपल को पुणे भेज दिया गया फिलहाल युवक अपने घर पर ही है.
अधिकारी ने क्या बताया
इस मामले में गाजियाबाद जिला सर्विलांस अधिकारी आरके गुप्ता ने बताया कि, मरीज एमएमजी अस्पताल के ओपीडी में अपना इलाज करवाने पहुंचा था, लेकिन जब वह वहां गया तो उसके शरीर पर निकले दानों को देखकर वहां के डॉक्टरों ने उसे मंकीपॉक्स का संदिग्ध माना और इसके आधार पर उसके सैंपल को पुणे नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी भेजा गया है.
दिल्ली में मिल चुका है एक मामला
बता दें कि इससे पहले 24 जुलाई को दिल्ली में एक मरीज में मंकीपॉक्स की पुष्टि हो चुकी है. उस युवक की भी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी. उसकी उम्र 31 साल बताई गई है. फिलहाल उसका इलाज दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में जारी है. दिल्ली में जिस मरीज में मंकीपॉक्स कि पुष्टि हुई उसे पहले बुखार आया और फिर शरीर पर बड़े बड़े दाने हो गए जिसके बाद उसे आइसोलेटेड वार्ड में रखा गया है.