Gurugram News: इन दिनों साइबर ठगी के कई मामले लगातार तेजी के साथ बढ़ते जा रहे हैं. वहीं इन पर लगाम लगाने के लिए पुलिस भी तेजी से कार्रवाई कर रही है. इसी क्रम में गुरुग्राम पुलिस ने गुरुवार को एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने जानकारी दी है कि तकनीकी सहायता प्रदान करने के नाम पर विदेशी नागरिकों के साथ ठगी करने के आरोप में एक महिला सहित 10 लोगों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने बताया कि फर्जी कॉल सेंटर सेक्टर 43 के एक घर से संचालित किया जा रहा था. पुलिस ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से तीन मोबाइल फोन, 10 लैपटॉप, एक इंटरनेट मॉडम और 10 लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं. पुलिस के मुताबिक, साइबर क्राइम ईस्ट थाना में आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
कर्मचारियों के दे रहे थे कमीशन
पुलिस ने बताया कि फर्जी कॉल सेंटर की जानकारी बुधवार रात को मिली थी. पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए लोगों में से दीपक अगस्त 2022 से फर्जी कॉल सेंटर चला रहा था और मनीष प्रबंधक के रूप में काम कर रहा था, जबकि कॉल सेंटर में काम कर रहे दूसरे लोगों को ठगी करने के बदले कमीशन दिया जा रहा था.
मदद के नाम पर कर रहे ठगी
सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) वरूण दहिया ने कहा कि वे ‘अमेजन’, ‘पेपाल’ और ‘ई बे’ जैसी कंपनियों से जुड़ी समस्याओं को हल करने का दावा करते थे और फिर तकनीकी सहायता और शिकायतों के निवारण के नाम पर वे उनके ‘सिस्टम’ में ऐप डाउनलोड कराते और ‘सिस्टम’ तक पहुंच हासिल कर लेते.
बिटकॉइन के रूप में करते थे वसूली
उन्होंने बताया कि निजी जानकारी ‘सिस्टम’ हैक होने का खतरा और अकाउंट हैक होने का डर दिखाकर वे ग्राहक सेवा के नाम पर 100-500 अमेरिकी डॉलर ठग लेते थे. जानकारी के अनुसार ग्राहकों से बिटकॉइन और गिफ्ट कार्ड के रूप में ठगी की रकम को वसूला जाता था. फिलहाल फर्जी कॉल सेंटर की सूचना पर पुलिस ने इस पर कड़ी कार्रवाई करते हुए सभी को गिरफ्तार कर लिया है.
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