Delhi NCR News: 14 जुलाई से सावन महीने की शुरुआत हो गई है और इसी के साथ आज से कांवड़िए भी कांवड़ लेकर अपनी यात्रा शुरू कर चुके है. देश के तमाम हिस्सों में कांवड़िए अलग अलग जगहों पर कांवड़ लेकर भगवान शिव की उपासना करते हैं. ऐसे में दिल्ली एनसीआर में भी कांवड़ियों कि यात्रा को लेकर तैयारियां पूरी हो गईं हैं. कांवड़ियों को पैदल चलने में दिक्कत न हो इसके लिए दिल्ली एनसीआर में कर कई रास्तों को डायवर्ट कर दिया गया है.
यात्रा के लिए आठ मार्ग तय
अगर आप दिल्ली एनसीआर में रहते हैं तो आपके लिए जरूरी है कि आप भी जान लें कि आने वाली 17 जुलाई से 26 जुलाई तक कौन से रास्ते डाइवर्टेड रहने वाले हैं. नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने कांवड़ यात्रा के लिए आठ मार्ग तय कर दिए हैं. 17 जुलाई से इन रास्तों पर भारी वाहनों को डायवर्ट कर दिया जाएगा. इसके साथ ही इसके कांवड़ियों की सुरक्षा को देखते हुए आठ कट बंद किए जाएंगे.
क्या कहा डीसीपी ट्रैफिक ने
रूट डायवर्सन को लेकर डीसीपी ट्रैफिक गणेश साहा ने कांवड़ियों की सहूलियत के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने बताया कि कांवड़ यात्रा को लेकर सुरक्षा के बढ़ा दी गई है. कांवड़ यात्रा वाले मार्गों पर पुलिसकर्मियों की तीन शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई है. इसके साथ ही मार्गों पर सीसीटीवी कैमरों भी लगाए गए हैं जिससे कांवड़ यात्रियों की निगरानी हो सके. इन मार्गों पर 100 से ज्यादा ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की ड्यूटी रहेगी, साथ में पुलिस बल भी तैनात किया जाएगा.
कौन से कट रहेंगे बंद
अगर आप दिल्ली से डीएनडी मार्ग पर होते ही चिल्ला बॉर्डर की ओर जाएंगे तो वहां आने पर डीएनडी गेट, इसके अलावा सेक्टर-14ए बैरक कट बंद रहेगा, साथ में सेक्टर-59 वाला कट, मॉडल टाऊन गोलचक्कर से सेक्टर-62 कि ओर जाने वाला कट, गाजियाबाद के इंदिरापुरम की तरफ जाने वाला कट, छिजारसी वाला कट, बहलोलपुर कट और उसके पास यू-टर्न बंद रहेगा. सेक्टर 19 के सनातन मंदिर, शिव मंदिर सेक्टर 22 वाला कट भी बंद रहेगा.
कहां लागू होगा रूट डायवर्जन
दिल्ली के बदरपुर होते हुए ओखला बैराज से होते हुए गाजियाबाद, बुलंदशहर, मुरादाबाद जाने वाले भारी वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा. इन्हें नोएडा एक्सप्रेसवे या ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे जाना होगा. दिल्ली से डीएनडी का रास्ता लेकर ओखला बैराज और चिल्ला बोर्डर से होते हुए भी गाजियाबाद, बुलंदशहर, मुरादाबाद जाने वाले भारी वाहन भी नोएडा एक्सप्रेसवे या फिर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल करेंगे.