Delhi NCR Pollution: राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर समस्या ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से संयुक्त बैठक बुलाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि गंभीर समस्या से लड़ने में साझेदारी और एक्शन प्लान की जरूरत है. गोपाल राय के मुताबिक दिल्ली में इलेक्ट्रिक बसें लाने की योजना बनाई जा रही है. प्रदूषण से लड़ने के लिए ई-व्हीकल पॉलिसी लाया गया है. दिल्ली में लगभग 1,500 प्रदूषित उद्योगों को PNG में बदल दिया है.


दिल्ली के बाहर से आ रहा प्रदूषण 69 फीसद


विज्ञान और पर्यावरण केंद्र (CSE) ने केंद्र सरकार की संस्था के साथ मिलकर 24 अक्टूबर और 8 नवंबर के बीच का आंकड़ा इकट्ठा किया था. रिपोर्ट के अनुसार 31 फीसद दिल्ली के अंदर का प्रदूषण है जबकि दिल्ली के बाहर से आ रहा प्रदूषण 69 फीसद है. रिपोर्ट में पराली का योगदान 35 से 40 प्रतिशत बताया गया है. उन्होंने विपक्ष पर राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि दिल्ली के लोगों को सभी पार्टियां गाली दे रही थीं. लेकिन 2016 के टेरी और केंद्र सरकार का डेटा कहता है कि बाहर से प्रदूषण सबसे ज्यादा आता है.


गोपाल राय ने की संयुक्त बैठक बुलाने की मांग


उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोग कुछ भी कर लें, 70 प्रतिशत बाहरी प्रदूषण को कम नहीं कर सकते. उन्होंने सुझाव दिया कि एनसीआर में जनरेटर के प्रदूषण को रोका जाए. उन्होंने दिल्ली के आसपास वाले इलाकों में ईंट भट्टों का भी मुद्दा उठाया. उनके मुताबिक राज्य सरकार दिल्ली के 30 फीसद प्रदूषण को काबू करने का प्रयास कर रही है. गोपाल राय ने कहा कि एनसीआर में दिल्ली सरकार को निर्णय लेने का अधिकार नहीं है. इसलिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री राज्य के अन्य पर्यावरण मंत्रियों के साथ बैठकर कर जिम्मेदारी तय करें. 70 प्रतिशत बाहरी प्रदूषण पर रोक लगाने में उन्होंने केंद्र के साथ सहयोग करने का वादा किया.


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