Delhi NCR News: तेजी से बन रही ऊंची इमारतें, बिल्डिंग और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स ने क्या दिल्ली एनसीआर की आबोहवा को बदल दिया है? दिल्ली एनसीआर में इस बार मार्च महीने की शुरुआत से ही भीषण गर्मी पड़ने लगी है. अप्रैल आते-आते तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है. दिन में बाहर आसमान से अंगारे गिर रहे हैं. दिल्ली एनसीआर में हर साल गर्मी पड़ती है. लेकिन इस साल तापमान में पहले से ही काफी बदलाव देखा गया है और मौसम विभाग की मानें तो लोगों को राहत की उम्मीद नजर नहीं आ रही है. 


दिल्ली NCR में भीषण गर्मी की वजह


दिल्ली एनसीआर में पड़ने वाली गर्मी पर पर्यावरण विशेषज्ञ प्रोफेसर डॉ मनीषा शर्मा ने बताया कि दिल्ली के आसपास तेजी से विकास हो रहा है और बड़ी-बड़ी इमारतें बनाई जा रही हैं. इमारतें कंक्रीट से बनती हैं, इसलिए अब दिल्ली कंक्रीट के जंगल जैसी हो गई है और इसकी वजह से धीरे धीरे मौसम पूरी तरह बदल रहा है. पहले की तुलना में अब गर्मी ज्यादा पड़ने लगी है. डॉ मनीषा बताती हैं कि आप खुद महसूस करेंगे कि जिन जगहों पर ज्यादा बड़ी-बड़ी इमारतें होती हैं वहां पर आपको घुटन महसूस होगी. लेकिन जहां पर वातावरण खुला होता है, हरियाली होती है वहां पर ठंडक ज्यादा होती है.


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क्या होता है अर्बन हीट आईलैंड?


हाल ही में एक रिसर्च के हवाले से खुलासा हुआ था कि दिल्ली एनसीआर अब हीट आईलैंड की कैटेगरी में आ गई है. डॉ मनीषा ने बताया कि हीट आईलैंड या अर्बन हीट आईलैंड ऐसे महानगरों को कहा जाता है जहां बड़ी-बड़ी इमारतों के बनने की वजह से या, फिर लोगों के कामकाज से ऐसा हो जाए कि उस महानगर के आस पास के गांव में कम गर्मी पड़ती हो, लेकिन शहर का तापमान ज्यादा हो. उन्होंने आगे बताया कि हीट आईलैंड बन जाने से एक तो गर्मी ज्यादा पड़ती है. इसके साथ ही गर्मी से होने वाली परेशानी जैसे लू लगना या बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. इतना ही नहीं इसकी वजह से फसलों पर भी असर पड़ता है.


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