डीयू, जेएनयू और जामिया सहित कई यूनिवर्सिटीज की वीकेंड में क्लास लगाने और छुट्टियों को कम करने की योजना, जानें क्यों?
UG Admission 2024: डीयू और जेएनयू सहित दिल्ली एनसीआर के विश्वविद्यालयों में इस बार सीयूईटी यूजी परीक्षा परिणामों में विलंब से प्रवेश प्रक्रिया दो से तीन सप्ताह देर से समाप्त होने की संभावना है.
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UG Admission 2024 News: सीयूईटी यूजी परीक्षा परिणामों में देरी के कारण इस बार दिल्ली विश्वविद्यालय, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, जामिया, आईपी और आंबेडकर यूनिवर्सिटी का शिक्षा सत्र प्रभावित हो सकता है. इससे बचने के लिए दिल्ली एनसीआर के विश्वविद्यालयों ने सप्ताहांत में क्लास लगाने और विंटर वैकेशन को छोटा करने की रणनीति बनाई है. बताया जा रहा है कि सीयूईटी के यूजी परीक्षा परिणाम आने में विलंब से प्रथम वर्ष के छात्रों पर इसका असर सबसे ज्यादा होगा.
जेएनयू और डीयू सहित दिल्ली एनसीआर के विश्वविद्यालयों में इस बार सीयूईटी यूजी परिणामों में विलंब की वजह से यूजी में प्रवेश प्रक्रिया भी दो से तीन सप्ताह देर से समाप्त होने की संभावना है. यही वजह है कि विश्वविद्यालयों ने सप्ताहांत में कक्षाएं आयोजित करने और छोटे शीतकालीन अवकाश की योजना तैयार की है. बता दें कि शिक्षा सत्र 2024-25 में प्रवेश परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने गलत प्रश्न पत्र के वितरण के कारण सीयूईटी परीक्षा परिणाम की घोषणा देर से हुई थी.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक हालात ये हैं कि स्नातक प्रवेश परीक्षा की अंतिम उत्तर कुंजी भी अभी तक एनटीए ने अधिसूचित नहीं की है. जेएनयू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि परिणामों की घोषणा में देरी से छात्रों के सभी बैचों के लिए एकीकृत शैक्षणिक कैलेंडर जारी करने की विश्वविद्यालय की योजना प्रभावित होगी.
विंटर वैकेशन को करना पड़ेगा छोटा
जेएनयू के वरिष्ठ अधिकारी ने ये भी कहा कि विश्वविद्यालय को शनिवार को अतिरिक्त कक्षाओं पर निर्भर रहना होगा. इतना ही नहीं, पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए खोए हुए समय की भरपाई के लिए शीतकालीन अवकाश को छोटा करना पड़ सकता है. सप्ताह में पांच दिन के बजाय, हमें बच्चों को सप्ताह में छह दिन पढ़ाना पड़ सकता है और पाठ्यक्रम को पूरा करने के लिए शनिवार का उपयोग करना पड़ सकता है. ऐसे में शीतकालीन अवकाश की अवधि को छोटा किया जा सकता है.
दरअसल, जेएनयू ने प्रवेश प्रक्रिया में समरूपता लाने के लिए इस वर्ष से सभी बैचों के लिए एकीकृत शैक्षणिक कैलेंडर जारी करने की योजना बनाई थी. कोविड-19 महामारी के दौरान सामने आई चुनौतियों के कारण इस प्रथा को बंद कर दिया गया. अधिकारी ने कहा कि परिणाम की तारीखों की घोषणा के बाद चीजें स्पष्ट हो जाएंगी.
एक अगस्त से शिक्षा सत्र शुरू होना मुश्किल
कुलपति अनु सिंह लाठेर ने कहा कि अंबेडकर विश्वविद्यालय शाम और सप्ताहांत में अतिरिक्त कक्षाएं लेने की भी योजना बना रहा है. यदि आवश्यक हुआ तो देरी की भरपाई के लिए कम छुट्टियां होंगी. प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए सत्र एक अगस्त से शुरू होना था, लेकिन अगले दो हफ्तों में परिणाम घोषित नहीं होते हैं, तो हम सप्ताहांत पर नियमित कक्षाओं के बाद शाम को उनके लिए अतिरिक्त कक्षाएं आयोजित करेंगे और छुट्टियों की संख्या भी कम कर देंगे.
प्रथम वर्ष के छात्रों का कोर्स होगा देर से समाप्त
दिल्ली विश्वविद्यालय में अधिकारियों ने कहा कि देरी के कारण प्रथम वर्ष के छात्रों का शैक्षणिक कैलेंडर निर्धारित तिथि से बाद में समाप्त होगा. डीयू के रजिस्ट्रार विकास गुप्ता ने कहा कि बाकी छात्रों के लिए कार्यक्रम हमेशा की तरह रहेगा और उनकी कक्षाएं एक अगस्त से शुरू होंगी. पिछले हफ्ते की शुरुआत में डीयू ने दूसरे वर्ष के छात्रों के लिए चार दिनों की छोटी शीतकालीन छुट्टियों के साथ अपने शैक्षणिक कैलेंडर को अधिसूचित किया था.
इन विश्वविद्यालयों में दाखिले नहीं होंगे प्रभावित
आईपी विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि देरी से उनकी प्रवेश प्रक्रिया प्रभावित नहीं होगी क्योंकि यह अपने अंतिम चरण में सीयूईटी के माध्यम से प्रवेश लेता है और उम्मीद है कि तब तक परिणाम घोषित हो जाएंगे. आईपी विश्वविद्यालय के कुलपति महेश वर्मा ने कहा कि हम पेशेवर पाठ्यक्रमों के लिए राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्रवेश लेते हैं. हमारे पास अपनी खुद की इन-हाउस प्रवेश परीक्षा भी है. इन माध्यमों से दाखिले पूरे होने के बाद हम CUET के माध्यम से बची हुई सीटें भरते हैं. उस समय तक, CUET के अंक आ चुके होंगे, इसलिए हमारे दाखिले प्रभावित नहीं होंगे.
जामिया मिलिया इस्लामिया की ओर से इस पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, जो अपने कुछ पाठ्यक्रमों के लिए CUET के माध्यम से यूजी प्रवेश भी लेता है. जबकि डीयू और अंबेडकर विश्वविद्यालय अपने स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने के लिए पूरी तरह से CUET स्कोर पर निर्भर हैं, जेएनयू, जामिया और आईपी विश्वविद्यालय जैसे विश्वविद्यालय या तो चयनित पाठ्यक्रमों के लिए स्कोर स्वीकार करते हैं या उनकी अपनी प्रवेश प्रणाली है.
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