Delhi Triple Murder: दिल्ली के नेब सराय में ट्रिपल हत्याकांड की ऐसी वारदात सामने आई है, जिसे सुनकर आपकी रूह कांप जाएगी. दिल्ली के नेब सराय ट्रिपल हत्याकांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया है कि माता-पिता और 23 साल की बेटी को मारने वाला कोई और नहीं बल्कि घर का 20 साल का बेटा अर्जुन ही था. 


51 वर्षीय पूर्व सैनिक राजेश कुमार, पत्नी कोमल (46) और बेटी कविता (23) का शव उनके घर में खून से लथपथ पाया गया था. घर भी अंदर से बंद था. बेटे अर्जुन का कहना था कि जब यह वारदात हुई तो वह घर में ही नहीं था, बल्कि मॉर्निंग वॉक पर बाहर गया था. वापस आया तो उसने अपने घरवालों के शव देखे. हालांकि, अब पुलिस ने इस मामले में हैरान करने वाला खुलासा कर दिया है. 


आरोपी बेटे के बयानों में मिली गड़बड़ी, तब खुला खेल
दक्षिणी रेंज के ज्वाइंट सीपी एसके जैन ने जानकारी दी कि घटनास्थल पर चोरी या जबरन घुसने का कोई निशान नहीं था और शव बिस्तर पर मिले थे. इससे साफ है कि यह लूट या सेंधमारी का मामला नहीं था. सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की गई. मुख्य शिकायतकर्ता और बेटे अर्जुन ने पुलिस द्वारा पूछताछ किए जाने पर सच्चाई बतानी शुरू की. धीरे-धीरे उसके बयानों में विरोधाभास दिखने लगा. अंत में उसने अपने पिता, मां और बहन की हत्या की बात कबूल कर ली."


मां-बाप की हत्या के लिए चुना उनकी सालगिरह का दिन
पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, "अर्जुन के अपने पिता और परिवार से रिश्ते अच्छे नहीं थे. उसके पिता भूतपूर्व सैनिक थे. उसने हत्या करने के लिए सेना के चाकू का इस्तेमाल किया. हत्याओं के पीछे का मकसद यह था कि वह अपने पिता द्वारा डांटे जाने से अपमानित महसूस करता था. दूसरा कारण भाई-बहनों में दुश्मनी थी. गुस्से में उसने उन्हें मारने की साजिश बनाई और 4 दिसंबर को अपराध करने की तारीख चुनी क्योंकि उस दिन उसके माता-पिता की शादी की सालगिरह थी."


पुलिस ने जानकारी दी थी कि माता-पिता की 27वीं सालगिरह थी. मृतक मां कोमल के भाई सतीश ने बताया कि वह अपने बहन-बहनोई और भांजी के खून से लथपथ शव देख कर आवाक रह गए. उन्हें भांजे अर्जुन ने सुबह 7.30 बजे फोन किया था. यह खबर सुनते ही उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. उन्होंने बताया था कि कोमल और राजेश की किसी से लड़ाई नहीं थी और न ही उनका कोई दुश्मन था.


परिवार हरियाणा का रहने वाला था जो 15 साल पहले दिल्ली आकर बस गया था. बच्चों की अच्छी पढ़ाई और उनके करियर के लिए परिवार दिल्ली आ गया था. अर्जुन और कविता दोनों कराटे में ब्लैक बेल्ट थे. 


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