Delhi News: दिल्ली में इस महीने की शुरुआत में कूड़ेदान में एक नवजात बच्ची मिली थी.  वहीं अब बच्ची को एक अस्पताल में इलाज के बाद बाल कल्याण समिति (CWC) को सौंप दिया गया है. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. कुछ दिन पहले एक स्थानीय पुलिस ने कूड़ेदान में मिली बच्ची को निजी अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में भर्ती करवाया था.


पैर में थे जानवर के काटने के निशान
अस्पताल से जानकारी मिली कि 2.1 किलोग्राम वजनी नवजात बच्ची के दाहिने पैर में जानवर के काटने का निशान था. इसके साथ ही उसके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो रही थी. अस्पताल प्रशासन ने बताया कि बच्ची को पीलिया भी थी. साथ ही उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी जिसके कारण उसे ऑक्सीजन प्रणाली पर रखने की आवश्यकता थी. बच्ची को नवजात गहन चिकित्सा इकाई (NICU) में रखा गया और इलाज किया गया. फोर्टिस अस्पताल वसंत कुंज ने बताया कि बच्ची के शरीर में खून भी कम था. इसके लिए एनेमिया का इलाज शुरू किया गया और परीक्षण किए गए. 


शरीर में थी खून की कमी
दरअसल, उसके हृदय से निकलने वाली दो बड़ी धमनियों में भी समस्या थी जिसे सर्जरी किए बिना ठीक किया गया. अस्पताल ने आगे बताया कि यहां 11 दिनों तक रहने के बाद बच्ची सामान्य होने लगी. दूध पीने लगी और धीरे-धीरे उसका वजन भी बढ़ रहा है. वर्तमान में नवजात का वजन 2.5 किलो है. उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस के एक दल की मौजूदगी में बच्ची को बाल कल्याण समिति नई दिल्ली के प्रतिनिधियों को सौंप दिया गया. बता दें कि आठ अक्टूबर को रजोकरी गांव की हरिजन बस्ती में कूड़े के ढेर में लावारिस मिली दो दिन की बच्ची को दिल्ली पुलिस इलाज के लिए अस्पताल लेकर आई थी.



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