Delhi News: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने नोएडा की एक सॉफ्टवेयर फर्म (Software Firm) के मैनेजर समेत 11 लोगों को देश भर में करीब 100 लोगों के क्रेडिट कार्ड डेटा (Credit Card Data) को कथित तौर पर चोरी करने और उसका गलत इस्तेमाल करने के आरोप में गिरफ्तार (Arrest) किया गया है. पुलिस के मुताबिक, तीन आरोपियों को 31 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था, जबकि बाकी की गिरफ्तारी फरवरी में की गई थी.


आरोपी फर्जी कॉल सेंटर चला रहा था


जॉइंट पुलिस कमिश्नर (क्राइम) धीरज कुमार ने कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि कैराना निवासी ओमान नाम का व्यक्ति और रैकेट का कथित मास्टरमाइंड जनकपुरी के पास महावीर नगर में अवैध कॉल सेंटर चला रहा है और लोगों को उनके क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाना, नए जारी किए गए कार्डों को एक्टिव करना और रिवॉर्ड पॉइंट को रिडिम करने का झांसा देकर ठग रहा है. उन्होंने कहा, "गिरोह ने शातिर तरीके से उन लोगों के नाम और मोबाइल नंबर व अन्य डिटेल्स हासिल कर ली थी जिन्हें हाल ही में राष्ट्रीयकृत बैंकों द्वारा क्रेडिट कार्ड जारी किए गए थे."


कुमार ने बताया कि ओमान ने 2015 में क्रेडिट कार्ड बेचने वाली एक कंपनी में दो महीने काम किया था, जिसके बाद वह जनकपुरी इलाके में डायरेक्ट सेलिंग एजेंट बन गया. अधिकारी ने कहा, “उसने आरोपी कैफ के साथ भोले-भाले लोगों को ठगने के लिए फर्जी कॉल सेंटर शुरू किया, जो अपना रिज्यूमे विभिन्न जॉब साइट्स पर भेजते थे. ”


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आरोपी क्रेडिट कार्ड डेटा चोरी भी कर रहे थे


पुलिस ने बताया कि पिछले तीन-चार महीनों से दोनों आरोपियों ने क्रेडिट कार्ड डेटा चोरी भी शुरू कर दी थी. नोएडा में एक सॉफ्टवेयर कंपनी में प्रबंधक संजय पंडित, रवि और साजन (दोनों पहले टेलीकॉलर के रूप में काम करते थे) को डेटा बेचते थे, जो बदले में परविंदर और विशाल को डिटेल्स दे देते थे. इसके बाद कार्ड की डिटेल्स हासिम को बेचा जाती थी, जो उन्हें कैफ और ओमान को 5,000 रुपये प्रति पेज पर बेचता था.


पुलिस ने कहा कि कॉल सेंटर में, ओमान ने दो लड़कियों को टेलीकॉलर के रूप में नियुक्त किया था जिन्हें अन्य प्रोत्साहनों के अलावा वेतन दिया जाता था. लोगों को फोन करते समय, ओमान क्रेडिट कार्ड विभाग में कार्यरत एक बैंक कार्यकारी के रूप में अपना परिचय देता था. जेसीपी कुमार ने कहा, "वे लोगों से क्रेडिट कार्ड विवरण और ओटीपी प्राप्त करते थे और इस उद्देश्य के लिए खोले गए कई खातों में वॉलेट के माध्यम से राशि ट्रांसफर कर लेते थे."


आरोपी ने रैकेट से कमाए 50 से 70 लाख रुपये


आरोपी ने कथित तौर पर रैकेट से 50-70 लाख रुपये कमाए थे. पुलिस ने 99 क्रेडिट कार्ड होल्डर्स के साथ 28 पेज बरामद किए थे. आरोपी के पास कथित तौर पर लगभग 50,000 क्रेडिट कार्ड धारकों का डेटा पाया गया है. इसके अलावा आरोपियों के पास से 117 सिम कार्ड और 28 मोबाइल भी बरामद किए गए हैं.


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