Delhi News: पराली की समस्या पर गरमाई राजनीति, गोपाल राय बोले- किसानों का सहयोग नहीं कर रही केंद्र सरकार
Delhi Air Pollution: गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली और पंजाब की सरकार पराली जलने से रोकने के लिए किसानों को आर्थिक सहायता देने के लिए तैयार है जबकि केंद्र ने इससे इंकार कर दिया है.
Delhi News: सर्दियां बढ़ने के साथ-साथ दिल्ली (Delhi) की हवा एक बार फिर जहरीली होती जा रही है और इसको लेकर पड़ोसी राज्यों में जलायी जा रही पराली को लेकर राजनीति भी गरमाई हुई है. जहां एक तरफ पंजाब में बढ़ते पराली जलाने (Stubble Burning) के मामलों को लेकर बीजेपी, केजरीवाल सरकार पर हमलावर है तो वहीं केजरीवाल सरकार का कहना है कि बीजेपी पराली के समाधान के बारे में सहयोग करे, ना कि वहां के किसानों को गाली दे.
किसानों को गाली नहीं, समस्या का समाधान खोजें
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि पड़ोसी राज्यों में जलायी जा रही पराली के समाधान के बारे में सोचा जाना चाहिए, ना कि किसानों को गाली दी जानी चाहिए. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्र सरकार से इस मामले में सहयोग किए जाने की अपील की है. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली और पंजाब की सरकारें किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए उनकी आर्थिक सहायता करने को तैयार हैं जबकि इसके लिए केंद्र की बीजेपी सरकार ने इंकार कर दिया है.
घटिया स्तर पर पहुंचा दिल्ली-एनसीआर का एक्यूआई
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया है कि दिल्ली और आसापास के जिलों में प्रदूषण का स्तर पिछले 2 दिनों से लगातार बढ़ रहा है. बहादुरगढ़ में 1 नवम्बर को एक्यूआई का स्तर 400, फरीदाबाद में 403, मानेसर में 393, सोनीपत में 350, कैथल में 350 ग्रेटर नोएडा में 402, नोएडा में 398 और गाजियाबाद में 381 दर्ज किया गया. वहीं हवा की गति कुछ बढ़ी हुई है इसलिए दिल्ली का एक्यूआई 313 के स्तर पर बना हुआ है, जो वेरी पूअर की कैटगरी में आता है.
पटाखों पर बैन हटवाने के लिए SC तक गई बीजेपी
इसके साथ ही बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली में CAQM के निर्देशानुसार निर्माण एवं विध्वंस के कार्य पर रोक लगी हुई है. इस आदेश को सुचारू रूप से चलाने के लिए 500 से ज्यादा टीमें निरीक्षण कर रही हैं. मंत्री गोपाल राय का कहना है कि बीजेपी नेता कह रहे हैं कि केजरीवाल पंजाब में पराली जलवा कर दिल्लीवासियों की सांसों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. यह बातें वह बीजेपी कर रही है जो पटाखों पर बैन को हटवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक चली गई और जिसने पंजाब सरकार की इस मांग को ठुकरा दिया कि पंजाब के किसानों को आर्थिक मदद दी जाए जिससे कि वे पराली न जलाएं. वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए अरविंद केजरीवाल द्वारा लागू होने वाले “रेड लाईट ऑन, गाड़ी ऑफ” अभियान को भी बीजेपी ने रोक दिया.
प्रदूषण के स्थाई समाधान के लिए काम कर रही दिल्ली सरकार
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि पूरे देश में दिल्ली सरकार अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में प्रदूषण के स्थायी समाधान के लिए काम कर रही है. उन्होंने कहा कि 24*7 बिजली देकर जनरेटरों से होने वाले प्रदूषण को पूरी तरह से रोक दिया गया है. दिल्ली में ई-व्हीकल पॉलिसी लाकर वाहन के प्रदूषण के स्थाई समाधन की तरफ कदम बढ़ाया है. वृक्षारोपण के माध्यम दिल्ली के ग्रीन बेल्ट को 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 23 प्रतिशत कर दिया है और ट्री ट्रांसप्लांटेशन पॉलिसी लाकर दिल्ली में विकास एवं पर्यावरण के संतुलन को बनाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली पहला ऐसा राज्य है जो अपना विंटर एक्शन प्लान बनाकर एंटी डस्ट कैम्पेन चला रहा है. साथ ही दिल्ली पहला ऐसा राज्य है जो पराली को गलाने के लिए बायोडिकम्पोजर का छिड़काव कर रहा है. इसके अलावा दिल्ली में पटाखों पर बैन लगाया गया है, लोगों को “दीये जलाओ पटाखे नहीं" अभियान चलाकर जागरूक किया जा रहा है.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने कहा कि सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद भी दिल्ली में प्रदूषण इतना क्यों बढ़ रहा है? इसे जानने के लिए दिल्ली में पिछले साल 24 अक्टूबर से 8 नवंबर के बीच सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट द्वारा एक अध्ययन किया गया. अध्ययन में पाया गया कि दिल्ली के प्रदूषण में दिल्ली के स्रोतों का मात्र 31 फीसदी योगदान है जिसमें 51 फीसदी वाहन प्रदूषण, 13 फीसदी धूल प्रदूषण और 12 प्रतिशत वेस्ट बर्निंग आदि हैं. इसके अलावा 69 प्रतिशत प्रदूषण दिल्ली में बाहर से आता है जिसमें 54.5 प्रतिशत प्रदूषण एनसीआर से आता है.
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