Delhi Acid Attack News: दिल्ली में 17 वर्षीय छात्रा पर एसिड अटैक होने के बाद एसिड अटैक सर्वाइवर और एक्टिविस्ट लक्ष्मी अग्रवाल उनसे मिलने के लिए सफदरजंग अस्पताल के बर्न आईसीयू में पीड़िता से मिलने पहुंचीं. हालांकि उन्हें अधिकारियों ने रोक दिया, इसी बीच लक्ष्मी अग्रवाल ने कहा कि वह पीड़िता की हर संभव सहायता करेंगी.
लक्ष्मी अग्रवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह पीड़िता की उसके इलाज में मदद करना चाहती हैं और उसकी काउंसलिंग करना चाहती हैं. इसके साथ ही लक्ष्मी अग्रवाल ने कहा कि हमारा फाउंडेशन पीड़िता के समर्थन में है, उसे अच्छा इलाज दिया जाना चाहिए. ज्यादातर ऐसा होता है कि जब तेजाब फेंका जाता है, तो उसका असर आंखों पर भी पड़ता है. बात दें कि लक्ष्मी अग्रवाल पर खुद एसिड फेंका गया था.
इस घटना को लेकर लक्ष्मी अग्रवाल ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि एसिड की बिक्री अभी भी बड़े पैमाने पर हो रही है. लक्ष्मी अग्रवाल ने अधिकारियों से एसिड की बिक्री पर प्रतिबंध लागू करने को कहा. उन्होंने यह भी कहा कि यह देखकर बहुत दुख होता है कि बहुत सी लड़कियां एसिड अटैक का शिकार हो रही हैं और वह डर के साथ जीने के लिए मजबूर हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर वे किसी भी तरह के उत्पीड़न के बारे में बात करती हैं तो उन्हें डर है कि उन्हें स्कूल जाने से रोक दिया जाएगा. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि घर का माहौल इतना अनुकूल नहीं है कि लड़कियां अपनी समस्याओं को बता सकें.
दो नकाबपोश ने किया छात्रा पर फेंका तेजाब
बता दें कि दिल्ली में बाइक पर सवार दो नकाबपोश लोगों ने एक छात्रा पर तेजाब फेंक दिया. जिसके बाद छात्रा को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. वहीं इस घटना को लेकर पुलिस उपायुक्त (द्वारका) एम हर्षवर्धन ने कहा उत्तम नगर के पास मोहन गार्डन में हमले के समय पीड़िता अपनी छोटी बहन के साथ थी और उसने दो लोगों का नाम लिया है. जिसमें से एक को पुलिस ने हिरासत में लिया है. इससे पहले बढ़ते एसिड हमलों के देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने साल 2013 में खुदरा दुकानों पर एसिड की ओवर-द-काउंटर बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था और प्रत्येक पीड़ित को राज्य सरकारों द्वारा 3 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया था.
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