Delhi- NCR News: कुछ दिन पहले बदलते मौसम में राजधानी दिल्ली (Delhi) और एनसीआर (NCR) में हुई भारी बारिश के बाद जगह- जगह जल जमाव और उखड़ती सड़कों ने राहगीरों को मुश्किल में डाल दिया था. इस समस्या के निदान के लिए अब दिल्ली एमसीडी (MCD) की तरफ से मानसून के पहले राजधानी में जलजमाव को रोकने और व्यवस्थित तरीके से नालों में पानी पास होने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है.


दिल्ली में डॉक्टर शैली ओबरॉय (Dr. Shelly Oberoi) और निगम पार्षद मुकेश कुमार गोयल (Mukesh Kumar Goyal)  के साथ एमसीडी अफसरों की उच्चस्तरीय बैठक हुई जिसमें आगामी मानसून को लेकर तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की गई और दिल्ली मेयर द्वारा एमसीडी अधिकारियों को दिल्ली के संवेदनशील क्षेत्रों में जलजमाव को रोकने के लिए कड़ा दिशा निर्देश दिया गया है.


मानसून में कहीं भी जलभराव हुआ, तो कार्रवाई के लिए रहे तैयार- शैली ओबरॉय


इस दौरान दिल्ली में डॉक्टर शैली ओबरॉय ने होलंबी कलां, मेट्रो विहार के आसपास क्षेत्रों का निरीक्षण किया. खास तौर पर एमसीडी अफसरों को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि आने वाले मानसून सीजन में इन इलाकों में कहीं भी जलभराव की स्थिति ना हो क्योंकि इससे आम लोगों की मुश्किलें बढ़ जाती हैं. इसके अलावा एमसीडी अफसरों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक भी की जिसमें उन्होंने दिल्ली के संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर एक बेहतर एक्शन प्लान के साथ वहां जलभराव रोकने के लिए निर्देश दिया है . इसके अलावा मानसून की तैयारियों, जलजमाव को रोकने और सीवेज सिस्टम को लेकर हर 2 महीने पर समीक्षा बैठक भी करने का आदेश जारी किया है.


बारिश में दिल्ली में इन इलाकों में होता है जलजमाव 


राजधानी में प्रमुख तौर पर महरौली से गुरुग्राम जाने वाले मार्ग, महारानी बाग तैमूर नगर कट, लिबासपुर अंडर पास, महरौली- बदरपुर रोड, निजामुद्दीन ब्रिज के नीचे, दिल्ली नोएडा मार्ग सहित कई क्षेत्रों में घंटों भर की बारिश के बाद भारी जलजमाव देखने को मिलता है. जिसके बाद ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ते हुए गाड़ियों की भी लंबी कतार लग जाती है. वैसे अब देखना होगा कि दिल्ली मेयर के इस आदेश के बाद मानसून तक इसका जमीन पर कितना असर देखने को मिलता है.


ये भी पढ़ें: Delhi: कर्नाटक चुनाव नतीजों पर दिल्ली के CM केजरीवाल बोले- 'BJP को अब समझ लेना चाहिए कि...'Delhi: कर्नाटक चुनाव नतीजों पर दिल्ली के CM केजरीवाल बोले- 'BJP को अब समझ लेना चाहिए कि...'