Delhi News: दिल्ली में यमुना नदी के वज़ीराबाद तालाब में अमोनिया (NH3) का स्तर 5.0 पीपीएम से अधिक हो गया है, बढ़ी अमोनिया की मात्रा की वजह से वज़ीराबाद जल शोधन संयंत्र में पानी का उत्पादन 25-50 फीसदी तक प्रभावित हुआ है. इस कारण आने वाले कुछ दिनों तक राजधानी के कई इलाकों में पानी की आपूर्ति कम दबाव में होगी. जब तक अमोनिया का स्तर सामान्य नहीं होता, यह समस्या बनी रह सकती है.
यमुना में अमेनिया की मात्रा बढ़ने से उत्तर और मध्य दिल्ली का इलाका प्रभावित होगा. वहीं मजनू का टीला, आईएसबीटी, जीपीओ, एनडीएमसी क्षेत्र, आईटीओ, हंस भवन, एलएनजेपी अस्पताल, रक्षा कॉलोनी, सीजीओ कॉम्प्लेक्स, और राजघाट के इलाके में इसका असर देखने को मिल सकता है.
दक्षिण और बाहरी दिल्ली के इलाकों में भी पारनी की समस्या हो सकती है. इसमें ग्रेटर कैलाश, मॉडल टाउन, जहांगीरपुरी, बुराड़ी और इसके आसपास के क्षेत्र, दक्षिणी दिल्ली और छावनी क्षेत्र शामिल है. इसके साथ डब्ल्यूएचओ, आईपी इमरजेंसी, रामलीला ग्राउंड, दिल्ली गेट, गुलाबी बाग, शालीमार बाग, आज़ादपुर, वज़ीरपुर, लॉरेंस रोड, पंजाब बाग, तिमारपुर, एसएफएस फ्लैट्स के इलाकों में भी पानी की समस्या हो सकती है.
यमुना में अमोनिया की समस्या के बीच दिल्ली जल बोर्ड में इस वक़्त पानी का सावधानीपूर्वक उपयोग करेने की सलाह दी है. जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती, पानी की बर्बादी से बचें. दिल्ली जल बोर्ड ने कहा, स्थिति में सुधार होते ही पानी की आपूर्ति को फिर से सामान्य कर दिया जाएगा. ज़्यादा जानकारी के लिए आप दिल्ली जल बोर्ड की हेल्पलाइन 1916 पर संपर्क कर सकते हैं.
क्या है अमोनिया का नुकसान?
अमोनिया स्किन और आंखों के लिए नुकसानदेह माना जाता है. जिससे जलन, खांसी और सांस लेने में दिक्कत पैदा होती है. इसके अलावा, यह पर्यावरण और पानी सोर्स को प्रदूषित कर सकता है, ऐसी स्थिति में डाइजेशन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
मेघा कुमारी की रिपोर्ट...
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