Delhi News: आम आदमी पार्टी (AAP) के मुखिया अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) ने लगातार हमलावर रुख अपना रखा है. दोनों विपक्षी दलों को जब भी मौका मिलता है, वो दिल्ली सरकार को घेरने से नहीं चूक रहे हैं. इसी कड़ी में दिल्ली बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा (Virendra Sachdeva) ने नांगली और रावता गांव के किसानों के साथ विधानसभा के बाहर केजरीवाल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. ये लोग किसानों की जमीनों का जबरन अधिग्रहण और अनुचित मुआवजा देने का विरोध कर रहे थे.
सड़क से शुरू हुआ ये प्रदर्शन, विधानसभा तक पहुंचा गया. यहां सैकड़ों की संख्या में नांगली और रावता के किसानों ने दिल्ली सरकार के दमनकारी नीति का विरोध जाहिर किया. दिल्ली बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष, वीरेंद्र सचदेवा ने बताया कि दिल्ली सरकार ने अनुचित मुआवजा देकर किसानों की जमीनों को जबरन अधिग्रहित कर रही है. इसका ये पुरजोर विरोध करते हैं, साथ ही उन्होंने आप पर किसानों को बेरोजगार करने की साजिश का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने रावता गांव के 750 एकड़ जमीन पर नाले का पानी छोड़ दिया है.
किसानों को बर्बाद करने का आरोप
विधानसभा के बाहर किसानों के इस प्रदर्शन के दौरान दिल्ली बीजेपी किसान मोर्चा के अध्यक्ष विनोद सहरावत, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकेश मान, प्रदेश उपाध्यक्ष संजय मान, प्रदेश प्रवक्ता हरीश खुराना और महामंत्री राजपाल सहित सैकड़ों किसान शामिल हुए थे. वहीं विधानसभा सदन में नेता प्रतिपक्ष रामबीर सिंह बिधूड़ी और बीजेपी के विधायकों ने किसानों के इस मुद्दे को उठाते हुए नांगली और रावता गांव के किसानों को बर्बाद करने का आरोप लगाया.
किसानों ने की मुआवजे की मांग
प्रदर्शन के दौरान वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि "दिल्ली बीजेपी नांगली में जबरन जमीन लूट के लिए अरविंद केजरीवाल सरकार का विरोध करती है. अब हम किसान की जमीन इस तरह कौड़ियों के दाम पर नहीं लुटने देंगे. हम मांग करते हैं कि केजरीवाल सरकार नांगली गांव वालों को 2.5 करोड़ रुपये प्रति एकड़ का बाजार दर का मुआवज़ा दे."
खेतों में नाले का पानी छोड़ने का आरोप
वीरेन्द्र सचदेवा ने आगे कहा कि वो जल्दी ही रावता गांव जाएंगे. यहां केजरीवाल सरकार द्वारा किसानों के खेतों को बर्बाद करने के लिए नाले के पानी को छोड़ने का मुद्दा उठा कर इसे भी सबके सामने लाएंगे. इस दौरान उन्होंने दिल्ली के किसानों के लिए ट्यूब वैल, बिजली कनेक्शन फ्री करने की मांग की. साथ ही दिल्ली का किसानी दर्जा वापस करने की मांग को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी.