Delhi Police: दिल्ली (Delhi) में बदनाम गली के नाम से मशहूर जीबी रोड (G. B. Road) जैसे अब श्रद्धानंद मार्ग (Shraddhanand Marg) के नाम से जाना जाता है यहां पर रह रही महिलाओं की सुरक्षा और उनकी समस्याओं को लेकर दिल्ली पुलिस (Delhi Police) लगातार काम कर रही है, इसी कड़ी में सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट पुलिस (Central District Police) की ओर से इस इलाके में एक पिंक चौकी (Pink Chowki) शुरू की गई है, जहां पर इन महिलाओं से जुड़ी हर एक समस्या को लेकर पुलिसकर्मी उनकी मदद कर रही हैं, रेड लाइट एरिया में रहने वाली औरतें बिना डरे और बिना किसी झिझक के आकर इस पिंक चौकी पर अपनी शिकायत (Grievance) दर्ज करवा सकती हैं.
महिलाओं के सुविधा के लिए बनाई गई है पिंक चौकी
इससे पिंक चौकी पर जहां इन महिलाओं की शिकायत और समस्या सुनी जा रही है बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिलाई, कढ़ाई और कंप्यूटर कोर्स कराने को लेकर भी दिल्ली पुलिस पहल की गई है. सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट डीसीपी श्वेता चौहान ने एबीपी न्यूज को बताया कि इस इलाके में आए दिन महिलाओं के साथ अपराध होते रहते हैं लेकिन वह उन अपराध यह समस्या को लेकर पुलिस के पास जाने में झिझकती हैं, इसी कारण से इस इलाके में पिंक चौकी शुरू की गई है जिससे कि महिलाएं यहां आसानी से आकर अपनी कोई भी शिकायत चौकी में बता सके, इस पिंक चौकी पर महिला पुलिसकर्मी ही तैनात रहेंगी जो इन की समस्याएं सुनेंगी.
पुलिस चौकी पर तैनात रहेगी महिला सिपाही
डीसीपी श्वेता चौहान ने बताया कि इस चौकी को गुलाबी रंग देकर वूमेन फ्रेंडली बनाया गया है और इस चौकी पर अधिकतर महिला पुलिसकर्मी ही तैनात रहेंगी, चौकी की इंचार्ज भी दिल्ली पुलिस में लेडी सिंघम के नाम से मशहूर महिला सब इंस्पेक्टर किरण सेठी है, जो लंबे वक्त से इस रेड लाइट एरिया में हजारों सेक्स वर्कर्स की समस्याओं को लेकर काम कर रही हैं. दिल्ली पुलिस इस इलाके में इन महिलाओं को समाज में सम्मान के साथ रहने का अधिकार देने के लिए भी अलग-अलग प्रयास कर रही है. इसके लिए पिंक चौकी में सेक्स वर्कर को शिक्षित करने की भी व्यवस्था की गई है जिससे कि वह इस काम को छोड़कर अपनी जिंदगी की दिशा को बदल सके.
महिलाओं को दि जा रही है ट्रेनिंग
डीसीपी ने बताया कि चौकी में सेक्स वर्कर को कंप्यूटर कोर्स, इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स, सिलाई बुनाई और हेल्थ वर्कर बनाने की ट्रेनिंग दी जाती है, अगर कोई भी महिला यहाँ आकर सीखना चाहे तो उनको मुफ्त में ट्रेनिंग दी जा रही है. कई महिलाएं इस चौकी में रोज़ आ रही है और वो काफी कुछ सीख भी चुकी है, उन्होंने बताया कि ना केवल सेक्स वर्कर्स बल्कि उनके बच्चों और आसपास के गरीब तबके के बच्चों को भी शिक्षित करने के लिए चौकी में हर रोज़ टीचर आते है जो बच्चों को इंग्लिश स्पीकिंग, कंप्यूटर क्लास, और मैथ्स की क्लास भी लेते है.
पुलिस कर रही है महिलाओं से संपर्क
इसके साथ ही इस पिंक चौकी की इंचार्ज किरण सेठी ने बताया कि श्रद्धानंद मार्ग पर आए दिन महिलाओं के साथ बदतमीजी, झगड़े के मामले सामने आते हैं लेकिन वह किसी न किसी कारण से पुलिस के पास जाने से गुरेज करती हैं. इसी मकसद से इस चौकी को शुरू किया गया है इसके साथ ही इस चौकी में हर सुबह 11:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक सिलाई, बुनाई, कंप्यूटर, इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स के टीचर भी रहते हैं. जो महिलाओं को ट्रेनिंग देते हैं. महिलाएं अपनी सुविधा के अनुसार चौकी में आकर यह सभी चीजें सीख सकती हैं, उन्होंने कहा कि जो महिलाएं अभी चौकी में आ रही हैं उनकी संख्या थोड़ी कम है, लेकिन जैसे जैसे महिलाओं को पता चल रहा है वैसे वैसे अलग-अलग कोठों में से सेक्स वर्कर काउंसलिंग और ट्रेनिंग के लिए यहां पहुंच रही है, हम भी उनसे लगातार संपर्क कर रहे हैं. जिससे की ज़्यादा से ज़्यादा महिलाएं ट्रेनिंग लेकर अपना नया जीवन शुरू कर सकें.
महिलाओं के अलावा बच्चे भी आ रहे हैं पढ़ने
किरण सेठी ने बताया कि इसके अलावा वो समय समय पर सेक्स वर्कर्स को योग और सेल्फ डिफेंस की भी टैनिंग देती है, किरण सेठी अब तक 1000-1200 सेक्स वर्क्स को योग और सेल्फ डिफेंस की भी ट्रेनिंग दे चुकी है, इसके अलावा उन्होंने बताया कि चौकी में महिलाओं के अलावा बच्चे भी पढ़ने आ रहे है बच्चों को ट्रैक सूट और स्कूल बैग दिए गए है, जिससे उनमें पढ़ने की इच्छा जागे और वो अपनी ज़िंदगी में कामयाबी हासिल करें.
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