Delhi News: दिल्ली पुलिस के “ऑपरेशन मिलाप” के तहत सदर बाजार थाने की टीम ने एक 4 वर्षीय लापता बच्ची को उसके परिवार से महज कुछ घंटों में सुरक्षित मिलवा दिया. बच्ची को उसके भाई के पास पहुंचाने के बाद परिवार ने पुलिस का धन्यवाद दिया. 


डीसीपी नॉर्थ के मुताबिक, 21 जनवरी को शाम करीब 7:00 बजे सदर बाजार थाने में एक पीसीआर कॉल मिली, जिसमें बताया गया कि एक 4 वर्षीय बच्ची अकेली और डरी हुई स्थिति में कॉलर के कार्यालय के बाहर बैठी हुई है. सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर शाहदेव सिंह तोमर (एसएचओ, सदर बाजार) और  करण सिंह राणा (एसीपी, सदर बाजार) के निर्देशन में एसआई सवाई सिंह, कॉन्स्टेबल प्रवेश और महिला कॉन्स्टेबल आशी की टीम गठित की गई.


डरी हुई बच्ची पुलिस के लिए थी चुनौती


डीसीपी के मुताबिक  कॉलर, अधिवक्ता विकास शर्मा (सिंघाड़ा चौक, सदर बाजार निवासी), ने पुलिस को बच्ची सौंपते हुए बताया कि बच्ची उनके कार्यालय के बाहर अकेली बैठी थी, जिसके बाद उन्होंने पुलिस हेल्पलाइन पर कॉल किया. डीसीपी ने आगे बताया कि  उस समय बच्ची डरी हुई थी और अपने परिवार का कोई विवरण नहीं बता पा रही थी. पुलिस टीम ने बच्ची को सांत्वना दी और उसे कुछ खाने का सामान देकर शांत किया. इसके बाद पुलिस ने बच्ची के परिवार की तलाश के लिए कार्रवाई शुरू की. 


डीसीपी के मुताबिक  तलाशी के दौरान पता चला कि बच्ची नबी करीम इलाके से आई थी. पुलिस टीम ने नबी करीम थाने से संपर्क किया, लेकिन वहां कोई गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नहीं थी. पुलिस ने नबी करीम की मस्जिदों में भी घोषणा कराई और स्थानीय पुलिस बूथ पर जानकारी साझा की. इस दौरान पुलिस को पता चला कि बच्ची का भाई मोहम्मद मुब्बसिर अपनी बहन की तलाश में आसपास के इलाके में घूम रहा है. 


पुलिस टीम ने भाई को खोज निकाला


आखिरकार पुलिस टीम ने भाई को खोज निकाला, जिसने बच्ची को पहचानते हुए उसे अपनी बहन बताया. डीसीपी नॉर्थ के मुताबिक पुलिस ने सत्यापन के बाद बच्ची को उसके भाई मोहम्मद मुब्बसिर और परिवार को सौंप दिया. बच्ची को पाकर परिवार ने राहत की सांस ली और दिल्ली पुलिस के प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया.


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