Delhi News: राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के एक नोटिस के बाद, दिल्ली के शिक्षा निदेशालय (Directorate Of Education, Delhi) ने अब शीर्ष बाल अधिकार निकाय को जवाब दिया है कि वह अपने 'देश के मेंटर' कार्यक्रम के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय स्थापित करेगा. इसके साथ ही निदेशालय ने कहा कि इन उपायों के तहत मेंटर का पुलिस वेरिफिकेशन कराया जाएगा और मेंटर व स्टूडेंट्स के बीच फिजिकल मीटिंग को प्रतिबंधित भी किया गया है.


NCPCR ने दिल्ली सरकार को पत्र लिखकर प्रोग्राम को स्थगित करने के लिए कहा था
गौरतलब है कि एनसीपीसीआर (NCPCR) ने पिछले हफ्ते दिल्ली सरकार को पत्र लिखकर इस प्रमुख कार्यक्रम को तब तक के लिए स्थगित करने के लिए कहा था जब तक कि "बच्चों की सुरक्षा से संबंधित सभी खामियों को दूर नहीं कर लिया जाता".NCPCR का कहना था कि उन्हें इस कार्यक्रम को लेकर एक शिकायत मिली थी, जिसमें ये कहा गया है कि इस कार्यक्रम से बच्चों के साथ शोषण भी हो सकता है, क्योंकि बच्चे जिसको अपना मेंटर (Mentor) बना रहे हैं, वह एक अनजाना शख्स होगा. इसमें मेंटर के पुलिस सत्यापन की कमी पर चिंता जताई थी, और 'साइकोमेट्रिक टेस्ट' पर भी सवाल उठाये थे.


शिक्षा निदेशालय ने NCPCR के पत्र का दिया ये जवाब


शिक्षा निदेशालय ने मंगलवार को एनसीपीसीआर (NCPCR) को जवाब देते हुए कहा कि, छात्रों की सुरक्षा के लिए नई सुविधाएं जोड़ी जाएंगी, जिसमें मेंटर का पुलिस सत्यापन भी शामिल है.  एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो के अनुसार, निदेशालय ने कहा है कि अगर उन्हें संबंधित पुलिस स्टेशन से किसी भी मेंटर के आपराधिक रिकॉर्ड पर प्रतिकूल रिपोर्ट मिलती है, तो उस व्यक्ति को कार्यक्रम से हटा दिया जाएगा. निदेशालय ने यह भी कहा है कि मेंटर और छात्रों के बीच सभी संवाद को रिकॉर्ड किया जाएगा और उनके द्वारा बनाए रखा जाएगा. किसी भी मेंटर की ऑफलाइन छात्रों से मुलाकात होने पर, उन्हें प्रोग्राम से डीरजिस्टर्ड कर दिया जाएगा.


वहीं इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को शिक्षा निदेशालय ने सलाह दी कि मेंटी के रूप में नामांकित छात्रों के माता-पिता यह सुनिश्चित करें कि परिवार का एक वयस्क सदस्य मेंटर और छात्रों के बीच फोन पर बातचीत के दौरान मौजूद रहे और उनकी निगरानी करें.


क्या है 'देश के मेंटर' कार्यक्रम


बता दें कि  अक्टूबर 2021 में शुरू किए गए 'देश के मेंटर' कार्यक्रम कार्यक्रम का उद्देश्य नौवीं से बारहवीं कक्षा के छात्रों को वॉलंटरी मेटर प्रदान करना है. दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी में एक टीम द्वारा बनाए गए ऐप के माध्यम से 18 से 35 वर्ष की आयु के लोग मेंटर बनने के लिए साइन अप कर सकते हैं, और वे म्यूचुअल इंटरेस्ट के आधार पर छात्रों से जुड़े रहेंगे. मेंटरशिप में कम से कम दो महीने के लिए नियमित फोन कॉल शामिल हैं, जिसे वैकल्पिक रूप से चार और महीनों तक चलाया जा सकता है.


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