Delhi News: मेट्रो को दिल्ली (Delhi) कि लाइफलाइन कहा जाता है. मेट्रो से रोजाना लाखों लोग यात्रा करते हैं लेकिन यही मेट्रो अगर रुक जाए तो मानों दिल्ली कि रफ्तार रुक सी जाती है. बीते 5 दिन में दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) की सेवा दो बार बाधित हुई है. इसकी वजह एक छोटी सी चिड़िया बताई जा रही है. इससे लोगों को घर-ऑफिस आने जाने में घंटो लगे. मेट्रो सेवा बाधित होने से कई लोगों को बसों, कैब और ऑटो पर निर्भर करना पड़ा. अगर आप भी इस दौरान परेशान हुए हैं तो आपके मन में भी खयाल आया होगा कि आखिर कैसे एक छोटी सी चिड़िया मेट्रो सेवा को प्रभावित कर देती है.


दरअसल, इसी हफ्ते 6 जून और 9 जून को ब्लू लाइन पर यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. मेट्रो ट्रेन के ओवर हेड इलेक्ट्रिफिकेशन वायर (OHE) से पक्षी के टकराने से तार टूट गया और इसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ा. बताया जा रहा है कि मेट्रो का तार टूटते ही चिंगारी निकलने लगी थी और इसी वजह से सेवा घंटों तक प्रभावित रही.


कैसे टूट जाती है ओएचई वायर


डीएमआरसी (DMRC) के अधिकारियों के मुताबिक, मेट्रो में बीते 2 दिन ओएचई वायर टूटने के हादसे हुए और सेवा प्रभावित हुई. ओएचई लाइन आखिर कैसे टूट जाती है? इस सवाल पर डीएमआरसी का कहना है कि ओएचई वायर किसी भी बाहरी समान से टूट सकती है. जैसे मेट्रो की तार को जोड़ने के लिए अलग-अलग कंपोनेंट होते हैं, वहीं बाहरी चीजें जैसे पतंग से इस पर असर होता है. बीते दिनों जो हादसा हुआ था, उसकी वजह चिड़िया थी क्योंकि कोई भी पक्षी अगर ओएचई वायर से टकरा जाता है तो वहां फ्लैश हो जाता है. इससे शॉर्ट सर्किट होता है और फिर ओएचई वायर टूट जाता है. इसे ठीक करने का तरीका होता है वायर को रिप्लेस करना, जिसमें समय लगता है. यही वजह है कि उतनी देर के लिए मेट्रो सेवा बाधित होती है. मेट्रो को तब तक रोकना पड़ता है, क्योंकि ओएचई वायर को बदलते वक्त पावर कट किया जाता है. इन तारों में 25 किलोवोल्ट बिजली सप्लाई होती है इसलिए पावर कट करके इसे रिप्लेस किया जाता है.


बाहरी समान से टूट सकता है ओएचई


दिल्ली मेट्रो की मानें तो सिर्फ चिड़िया ही नहीं, बल्कि किसी भी बाहरी चीजों से मेट्रो का ओवरहेड एक्सटेंशन वायर टूट सकता है. इसीलिए अक्सर 15 अगस्त के वक्त मेट्रो लोगों से अनुरोध भी करती है कि जो लोग मेट्रो स्टेशन के आस पास रहते हैं, पतंग न उड़ाएं क्योंकि ऐसा करने से पतंग का मांझा या पतंग अगर इन तारों से टकरा जाती है तो फ्लैश निकलता है और उसकी वजह से शॉर्ट सर्किट होने का खतरा बढ़ जाता है.


यह भी पढ़ें- Delhi Government: दिल्ली के सरकारी स्कूलों में मिलने वाली Mid Day Meal की होगी जांच, सरकार ने इसलिए उठाया कदम


क्यों होता है यात्रियों को विलंब


वहीं, अगर आप भी दिल्ली मेट्रो में यात्रा करते हैं और आपके मन में भी यह सवाल है कि आखिर ओवरहेड एक्सटेंशन वायर टूटने की वजह से मेट्रो सेवाएं बाधित क्यों होती हैं तो उसका जवाब यह है कि दरअसल, ओवरहेड एक्सटेंशन वायर को रिपेयर करते या बदलते वक्त बिजली का पावर कट करना पड़ता है. इसे रिपेयर होने में कम से कम आधा घंटे का समय लग जाता है. ऐसे में उस वक्त मेट्रो सेवा बाधित होती हैं. हालांकि, मेट्रो अधिकारियों की मानें तो सेवा वन लाइन पर चलती रहती है. इसे पूरी तरह से बंद नहीं किया जाता है.


यह भी पढ़ें- Delhi News: दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में ‘नन्ही परी’ पहल शुरू, लड़कियों के जन्म पर आधार कार्ड और बैंक अकाउंट की दी जाएगी सौगात