नई दिल्ली: जिला प्रशासन और दिल्ली नगर निगम का दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जारी है. इसी कड़ी में उत्तर पूर्वी दिल्ली के शास्त्री पार्क स्थित फर्नीचर मार्केट में अवैध अतिक्रमण हटाया गया. यहां व्यापारियों ने पार्किंक की जगह पर अतिक्रमण कर रखा था. कुछ व्यापारियों ने तो उसी में दुकान खोल रखी थी.प्रशासन का कहना है कि कई बार नोटिस के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया. इसके बाद यह कार्रवाई करनी पड़ी.
कहां हुआ था अतिक्रमण
उत्तर पूर्वी दिल्ली में अतिक्रमण की काफी बड़ी समस्या है. सड़कों को घेर कर रेहड़ी पटरियों का लगना हो या फिर लोगों का सड़कों पर अवैध तरीके से अपनी गाड़ियों को पार्क करना हो. इससे हर रोज लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.इसी को देखते हुए उत्तर पूर्वी जिले के एसडीएम सीलमपुर शरत कुमार लगातार अपनी सब डिवीजन में अतिक्रमण हटाओ अभियान चला रहे हैं.
इसी अभियान के तहत उन्होंने एमसीडी, पीडब्लूडी, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस, दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का जत्था लेकर दिल्ली की सबसे बड़ी फर्नीचर मार्केट में से एक शास्त्री पार्क की फर्नीचर मार्केट पंहुचे. वहां देखने को मिला कि फर्नीचर व्यापारियों ने पार्किंग की जगह पर अपना कब्ज़ा किया हुआ था. फर्नीचर मार्केट में करीब 20 फुट चौड़ी और करीब 400 मीटर लंबी पार्किंग की जगह है. वहां ग्राहक अपनी टू व्हीलर को पार्क कर सकते हैं, लेकिन फर्नीचर व्यापारियों ने वहां अपना फर्नीचर रख कर जगह पर कब्जा किया हुआ था.
पार्किंग की जगह पर खुल गई थीं दुकानें
कई व्यापारी तो उस जगह में शेड डालकर दुकान खोलकर बैठे हुए थे. इससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. इसी को ध्यान में रखते हुए एसडीएम सीलमपुर ने वहां जेसीबी से अतिक्रमण हटवाया.इस दौरान जिला प्रशासन और दिल्ली नगर निगम में वहां रखा करीब छह लाख रुपये के आलीशान फर्नीचर भी जब्त किए.
एबीपी न्यूज़ से एसडीएम शरत कुमार ने कहा कि शास्त्री पार्क फर्नीचर मार्केट में लंबे वक्त से काफी अतिक्रमण है. उन्होंने बताया कि समय-समय पर नोटिस भेजकर व्यापारियों को अतिक्रमण हटाने की हिदायत दी गई थी.लेकिन जब किसी ने अतिक्रमण नहीं हटाया तो हमें मजबूरन खुद हटाना पड़ा.उन्होंने कहा कि वहां कुछ और भी अतिक्रमण है, हमने व्यापारियों को एक बार फिर हिदायत दे दी है और अगर वो भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो हम फिर इस मार्केट में आएंगे और खुद अतिक्रमण हटाएंगे.
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