'अरविंद केजरीवाल हरियाणा में...', पूर्व केंद्रीय मंत्री राशिद अल्वी का बड़ा आरोप
Delhi News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी का कहना है कि अरविंद केजरीवाल के बयानों से साफ है कि वो हरियाणा में बीजेपी का भी समर्थन कर सकते हैं. यानी उन्हें बीजेपी की वजह से जमानत मिली है.
Delhi News Today: हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के बयान पर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने शनिवार को पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की आशंका है कि बीजेपी ने अपने एजेंसियों को अरविंद केजरीवाल को जमानत दिलाने का आदेश देकर जेल से बाहर आने का मौका दिया है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राशिद अल्वी ने कहा, "कांग्रेस पार्टी को हरियाणा में किसी के सहयोग जरूरत नहीं है. कांग्रेस अपने दम पर हरियाणा में सरकार बनाएगी. मुझे डर है कि बीजेपी ने अपनी एजेंसियों को अरविंद केजरीवाल को जमानत देने का निर्देश दिया है. ताकि वह कांग्रेस के खिलाफ प्रचार कर सकें. अरविंद केजरीवाल हरियाणा में वही कर रहे हैं."
#WATCH | Delhi | On AAP national convener Arvind Kejriwal's statement, Congress leader Rashid Alvi says, "Congress party doesn't need anyone in Haryana. Congress will form the government in Haryana. I am afraid that the BJP has directed its agencies to grant bail to Arvind… https://t.co/luMGCim5ZJ pic.twitter.com/ugL6p7sitZ
— ANI (@ANI) September 21, 2024
केजरीवाल को इस वजह से मिली जमानत!
उन्होंने आगे कहा, "हरियाणा में आम आदमी पार्टी के समर्थन के बिना कोई सरकार नहीं बन सकती. इसका मतलब है कि आप बीजेपी का भी समर्थन कर सकते हैं. इससे यह संदेह मजबूत होता है कि आपको बीजेपी की वजह से जमानत मिली है."
अरविंद केजरीवाल ने क्या कहा था?
दरअसल, हरियाणा में आप नेता अरविंद केजरीवाल ने यमुनानगर के जगाधरी में 20 सितंबर को एक रोड शो में कहा था कि हरियाणा में हमें इतनी सीटें मिल रहीं है कि प्रदेश में कोई भी सरकार आम आदमी पार्टी के बिना नहीं बनेगी. पूरे हरियाणा में हम पहली सीट जगाधरी से जीतेंगे. बता दें कि हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों के लिए पांच अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे.
कौन हैं राशिद अल्वी
राशिद अल्वी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है. वह केंद्र सरकार में मंत्री रह चुके हैं. वह अखिल भारतीय कांग्रेस में महासचिव के रूप में काम कर चुके हैं. 1999 में वे उत्तर प्रदेश के अमरोहा निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने गए थे. 1999 से 2004 तक बहुजन समाज पार्टी के संसदीय दल के नेता के रूप में काम किया. उन्हें 2004 में बहुजन समाज पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. उसके बाद अल्वी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. साल 2004 से 2012 तक वह लगातार सांसद भी रहे.
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