Delhi Crime: बच्चों के बीच कहासुनी के बाद बढ़ा विवाद, 52 वर्षीय महिला की पीट-पीटकर हत्या, चार गिरफ्तार
Delhi News: नरेला पुलिस ने बताया कि बच्चों में आपसी कहासुनी के बाद मां, चाची, मामा और दादी का दूसरे बच्चे की 52 वर्षीय दादी से झगड़ा हुआ था जिसमें उसकी मौत हो गई. मामले की जांच जारी है.
Delhi News: शनिवार को दिल्ली के नरेला इंडस्ट्रियल एरिया में हुई एक 52 वर्षीय महिला की हत्या (Murder) मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. रविवार को पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी. घटना की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि नरेला में शनिवार को दो घरों के बच्चों में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी, दोनों बच्चों के बीच हुई कहासुनी में दोनों घरों की महिलाएं भी कूद पड़ीं.
खेल-खेल में बच्चों के बीच हुई थी कहासुनी
पुलिस ने बताया कि जानकारी में पता चला है कि दोनों बच्चों में खेलने के दौरान कहासुनी हो गई थी. इन दोनों बच्चों की उम्र 8 से 12 साल के बीच है. नरेला पुलिस ने बताया कि बच्चों में आपसी कहासुनी के बाद मां, चाची, मामा और दादी का दूसरे बच्चे की 52 वर्षीय दादी से झगड़ा हुआ था जिसमें उसकी मौत हो गई.
पुलिस ने चारों आरोपियों को दबोचा
पुलिस ने बताया कि इस पूरी घटना की सूचना उन्हें शनिवार शाम को मिली थी, सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने कहा कि अभी मामले की जांच जारी है.
रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया पुलिस अधिकारी
उधर महाराष्ट्र के थाणे में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने सोमवार कथित रूप से 35,000 रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में एक पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि शिकायत के आधार पर एसीबी की ठाणे इकाई ने जाल बिछाया और मुंब्रा पुलिस थाने के एक सहायक पुलिस निरीक्षक (एपीआई) को रिश्वत की रकम लेते हुए गिरफ्तार कर लिया.
केस नहीं दर्ज करने को लेकर मांगी थी रिश्वत
अधिकारी ने कहा कि आरोपी पुलिसकर्मी ने कथित तौर पर एक व्यक्ति से 80,000 रुपये की मांग की थी, जिसके खिलाफ पुलिस ने धारा 498A (महिला का उत्पीड़न) और आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. अधिकारी ने बताया कि एपीआई ने दहेज अधिनियम और आईटी अधिनियम के तहत शिकायतकर्ता के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए रिश्वत मांगी थी.
हालांकि बातचीत के बाद वह 35000 रुपए पर राजी हो गया, जिसके बाद शिकायतकर्ता ने एसीबी से संपर्क किया. आरोपी पुलिस अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.
यह भी पढ़ें: