Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (YEIDA) के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने कार्रवाई करते गिरोह के दो जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों की पहचान जगबीर सिंह और सत्येंद्र के रूप में हुई है.


पुलिस का कहना है कि जगबीर सिंह और सत्येंद्र ने फर्जी अलॉटमेंट लेटर के जरिये 7 से 8 करोड़ रुपये का चूना लगाया है. जगबीर सिंह लोगों को यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के प्लॉट मार्केट रेट से कम दामों पर अलॉट करने का झांसा देता था.


पीड़ित झांसे में आकर रकम ट्रांसफर कर देते थे. बैंक अकाउंट खुलवाने के लिए जगबीर ने महिला मित्र के दस्तावेज का इस्तेमाल किया था. यमुना एक्सप्रेसवे डेवलपर्स के नाम से खोले गये अकाउंट में आरोपी पैसे ट्रांसफर करवाता. पीड़ितों का पैसा ट्रांसफर होने के बाद अकाउंट से निकासी कर ली जाती थी.


पुलिस के मुताबिक ठगी की वारदात में शामिल सत्येंद्र फर्जी अलॉटमेंट लेटर तैयार करने का काम करता था. यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के प्लॉट का अलॉटमेंट लेटर देखकर पीड़ित यकीन कर लेते थे.


शातिर ठग गैंग के दो सदस्य गिरफ्तार 


पीड़ितों ने यमुना एक्सप्रेसवे डेवलपर्स के नाम से बने अकाउंट में करोड़ों रुपये ट्रांसफर कर दिये. बैंक अकाउंट जगबीर की महिला मित्र के दस्तावेज पर खोला गया था. पीड़ितों ने क्राइम ब्रांच से यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के नाम पर धोखाधड़ी की शिकायत की थी.


पुलिस ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों आरोपी मथुरा जिले के रहने वाले हैं. पुलिस ने जालसाजों के पास से फर्जी एलॉटमेंट लैटर और लैपटॉप बरामद किये हैं. बताया जा रहा है कि ठग गैंग के सदस्यों की संख्या बढ़ सकती है. पुलिस मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है. 


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