Gurugram: तीन हजार रुपये के उधार के चलते दलित युवक को बुरी तरह पीटा, इलाज के दौरान मौत, आरोपी फरार
पुलिस ने कहा कि सभी आरोपियों के खिलाफ हत्या और एसस/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है और उन्हें पकड़ने के लिए लगातार दबिश दी जा रही है. जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे.
Gurugram News: गुरुग्राम में पुलिस की तमाम कोशिशों के बाद भी क्राइम कम होने का नाम नहीं ले रहा है, ताजा मामला गुरुग्राम के बिलासपुर कहा है जहां के घोषगढ़ गांव में चार लोगों ने कथित तौर पर मात्र 3 हजार रुपए के लिए एक 33 वर्षीय दलित को इतना पीटा कि अगले दिन उसकी मौत हो गई. पुलिस ने गुरुवार को मामले की जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार की रात आरोपियों ने दलित युवक को लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा और फिर उसे उसके घर के बाहर छोड़ दिया. घायल को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां बुधवार को उसने दम तोड़ दिया.
बिजली बिल भरने के लिए लिए थे 19 हजार रुपए
पुलिस ने बताया कि मृतक इंदर कुमार घोषगढ़ में अपने घर से ही किराने की दुकान चलाता था. चार दिन पहले गांव के ही एक शख्स सागर यादव ने इंदर को बिजली का बिल चुकाने के लिए 19 हजार रुपए उधार दिये थे. इनमें से इंदर ने 3 हजार रुपए खर्च कर दिए जिसकी वजह से बिजली का बिल नहीं भर सका. पुलिस में शिकायत दर्ज कराने वाले मृतक के पिता दीपचंद ने बताया कि सोमवार को सागर उनके घर आया और उसने बचे हुए 16 हजार रुपए लिए और इंदर को जल्द से जल्द बाकी रुपयों को लौटाने को कहा.
'पीटकर बेटे को घायल अवस्था में घर के बाहर छोड़ा'
पुलिस ने कहा कि दीपचंद ने अपनी शिकायत में कहा कि मंगलवार की शाम को सागर ने उनके बेटे को गांव के ही एक मंदिर के पास बुलाया. दीपचंद ने कहा, 'शाम करीब साढ़े सात बजे सागर का मुझे फोन आया और उसने कहा कि इंदर ने मुझे कल बाकी के पैसे लौटाने को कहा था, यदि वह पैसे नहीं लौटाता है तो तु्म्हें पैसे देने होंगे.' दीपचंद ने कहा कि मैं इस बात पर राजी हो गया लेकिन एक घंटे बाद सागर और उसके साथ आए तीन अन्य लोग मेरे बेटे को घायल अवस्था में घर के बाहर छोड़ गए. मेरे बेटे ने मुझे बताया कि सागर, आजाद, मुकेश और हितेश ने डंडों से पीटा है.
अस्पताल में इलाज के दौरान तोड़ा दम
मृतक के पिता ने कहा कि हम उसे इलाज के लिए पटौदी में एक अस्पताल ले गए जहां से उसे गुरुग्राम के सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां उसने बुधवार की रात दम तोड़ दिया. पुलिस ने कहा कि शिकायत के आधार पर हमने चारों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. बिलासपुर थाने के एसएचओ इंस्पेक्टर राहुल देव ने कहा कि हमने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया है. आरोपी अभी फरार हैं, हमारी टीम आरोपियों की धरपकड़ के लिए लगातार लबिश दे रही है, उन्हें जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
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