Delhi News: देश के में साइबर अपराध बहुत बढ़ गए हैं. हर राज्य से साइबर अपराध मामले सामने आ रहे हैं. साइबर अपराध से जुड़ा नया मामला दिल्ली से सामने आया है. यहां शहर की एक डॉक्टर और जज इस अपराध के शिकार बने हैं. पहले मामले में साइबर बदमाश ने जज की फेसबुक आईडी हैक कर ली और उनसे पैसे की मांग की. वहीं दूसरे मामले में साइबर बदमाश ने डॉक्टर से ऑनलाइन वॉलेट का उपयोग करके ठगी की.
पुलिस ने शुरू की मामले की जांच
मामले में एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने घटनाओं की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही बदमाशों को पकड़ लिया जाएगा. वहीं सुत्रों के मुताबिक बदमाशों की ओर से उपयोग किए गए आईपी एड्रैस का पता लगा लिया गया है. साथ ही इंटरनेट सर्निव प्रोवाइडर से उनका विवरण मांगा गया है. पहले मामले में बदमाशों ने एक अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश की फेसबुक आईडी हैक करके नई आईडी बनाई और उसी में अपने कॉन्टैक्ट्स जोड़ें और उनके परिवार और दोस्तों से पैसे की मांग करने लगा.
जज को आने लगे दोस्तों और परिवारवालों के कॉल
इसके बाद जज को देश के अलग-अलग हिस्सों से उनके दोस्तों और परिवारवोलों के कॉल और मैसेज आने लगे. सभी उनसे पूछने लगे की उन्हें पैसे की जरूरत क्यों है. इतने सारे मैसेज और कॉल आने से जज हैरानी में पड़ गए. इसके बाद पीड़ित जज ने पुलिस से संपर्क किया और अपनी असली आईडी के साथ- साथ फर्जी आईडी और अपने परिवार और दोस्तों को हैकर से मिले संदेशों के प्रिंटआउट दिए.
हालाकिं यह अब तक स्पष्ट नहीं है कि क्या जज के परिवार वालों और दोस्तों ने हैकर की बात मानते हुए उसको पैसे दिए. वहीं पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी को पकड़ने के लिए टीम गठित कर दी है. शुरूआती जांच पड़ताल और मिले सबूतों के आधार पर पुलिस की और से ये कहा जा रहा है कि भारत में स्थित अफ्रीकी मूल के बदमाशों के एक समूह का हाथ इस घटना के पीछे हो सकता है.
महिला डॉक्टर से भी ठगी
वहीं दूसरे मामले में पटेल नगर में एक डॉक्टर अपनी पुरानी डाइनिंग टेबल बेचना चाहती थी और उसने "फेसबुक मार्केटप्लेस" पर इसके लिए एक विज्ञापन डाला था. बदमाशों ने उसके साथ 12,000 रुपये का सौदा किया और उसका वाउचर पेटीएम पर भेज दिया. जिसका इस्तेमाल कर उन्होंने पीड़ित महिला डॉक्टर से करीब 88,000 रुपये की हेराफेरी की. अपनी शिकायत में डॉक्टर ने कहा कि बदमाश ने पहले उससे कहा कि भुगतान हो रहा है या नहीं, यह जांचने के लिए वह एक रुपये भेजेगा.उसके बाद उसने महिला को एक वाउचर भेजा.
पुलिस को ये शक
साथ ही उसमें अपना पिन नंबर भी डालने को कहा. तकि वो महिला के खाते में भुगतान कर सके. हालांकि वाउचर पैसे जमा करने के लिए नहीं था, बल्कि पीड़ित महिला से हैकर को भुगतान के लिए था. जैसे ही महिला ने अपना पिन डाला, उसके खाते से पैसे कट गए. इसके बाद हैकर ने महिला से फिर कहा कि उसके खाते से भुगतान नहीं हो रहा वो अपना पिन एक बार फिर डाले. महिला डॉक्टर का वॉलेट उसके बैंक खाते से लिंक था.
जिसके चलते हैकर ने महिला के खाते से दोनों ही बार में 36000 और 40000 की ढगी को अंजाम दिया. जब तक महिला ने अपने फोन पर बैंक के एसएमएस देखे तो हैकर ने फोन काट दिया और बंद कर दिया. इस मामले में पुलिस को संदेह है कि घटना के पीछे जामताड़ा या मेवात से जुड़े गिरोह का हाथ हो सकता है.
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