Delhi Fire: चांदनी चौक के मार्केट में लगी आग से करीब 100 दुकानें जलकर खाक, तीन बिल्डिंग ढही
Chandni Chowk Fire News: इस आग से बिजली का सामान बनाने और बेचने वाले व्यापारियों को ज्यादा नुकसान हुआ था क्योंकि जिस इलाके में यह आग लगी वहां बिजली के सामानों की ही ज्यादा दुकानें थीं.
Chandni Chowk Fire: दिल्ली के चांदनी चौक (Chandni Chowk) के भागीरथ पैलेस (Bhagirath Palace) इलाके के थोक बाजार में गुरुवार रात भीषण आग (Fire) लगने से करीब 100 दुकानें जलकर खाक हो गईं. हालांकि इस आगजनी में अभी तक किसी के घायल होने या हताहत होने की खबर नहीं है. घटना स्थल पर अभी भी आग बुझाने का काम जारी है. शुक्रवार को पुलिस ने यह जानकारी दी.
दमकल की 22 गाड़ियां अभी भी घटनास्थल पर तैनात
पुलिस ने बताया कि आगजनी के बाद आग बुझाने के लिए चलाए गए अभियान के दौरान पांच बड़ी इमारतें प्रभावित हुईं जिनमें से तीन ढह गईं. अग्निशमन विभाग ने बताया कि उन्होंने गुरुवार को 9.19 बजे आग लगने की सूचना मिली थी जिसके बाद दमकल की 40 गाड़ियों को घटना स्थल पर भेजा गया. अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल घटना स्थल पर दमकल विभाग की 22 गाड़ियां आग को पूरी तरह से बुझाने के काम में लगी हुई हैं. उन्होंने कहा कि आग पर काबू पाने में 12 से ज्यादा घंटों का समय लगा.
आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं
उन्होंने कहा कि आग सबसे पहले महालक्ष्मी मार्केट में लगी थी और जल्द ही यह आसपास के इलाके में फैल गई. उन्होंने बताया जहां आग लगी वहां ज्यादातर दुकानों में बिजली के सामना बनाने का काम होता है. आग लगने के बाद पूरे इलाके में धुआं ही धुआं फैल गया. वहीं दिल्ली फायर सर्विस के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि घटना स्थल पर फिलहाल 22 दमकल विभाग की गाड़ियां आग बुझाने के काम में लगी हुई हैं. आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल सका है.
आग लगने से व्यापारियों को करोड़ों का नुकसान
वहीं पुलिस उपायुक्त (उत्तर) सागर सिंह कलसी ने बताया कि आग लगने से व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि एक व्यापारी अपनी दुकान को धूं धूकर जलता देख सिर पकड़ कर बैठ गया. उसकी दुकान में करोड़ों का सामान रखा हुआ था. वहीं एक पीड़ित व्यापारी संजय कुमार ने कहा कि हम आग के पूरी तरह से बुझने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन हमें नहीं लगता कि कुछ बचा हुआ है. दमकल विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि यहां की तंग गलियों, पानी की कमी और कमजोर ढांचे की वजह से हमें आग बुझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी.