Delhi news: राजधानी दिल्ली के लोगों को जल्द ही आउटिंग के लिए एक शानदार और नया ठिकाना मिलने जा रहा है. जहां साल भर लोग घूमने-फिरने और क्वालिटी टाइम स्पेंड करने अपने परिवार के साथ जा सकेंगे. ऐसा इंडियन ट्रेड प्रमोशन ऑर्गनाइजेशन के अधिकारियों ने दावा किया है, जबकि इसका मुख्य उद्देश्य प्रगति मैदान ट्रेड फेयर कॉम्प्लेक्स का पुनर्विकास कर 2023 में शिखर सम्मेलन सहित जी20 कार्यक्रमों के लिए जगह बनाना था. यहां दिल्ली के लोगों के लिए भी काफी कुछ विकसित किया जा रहा है.


ITPO के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर प्रदीप सिंह खरोला ने बताया, "कॉम्प्लेक्स का पुनर्विकास इस तरह से हो रहा है कि लोग यहां आ सकें और अच्छा समय बिता सकें. प्रगति मैदान अब जल्द ही दिल्ली का कल्चर हब होगा. कन्वेंशन सेंटर का काम 31 दिसंबर तक पूरा हो जाएगा. चार स्तरों का अधिकांश निर्माण पूरा हो चुका है और केवल फिनिशिंग टच बाकी है. मथुरा रोड से, लोग एक अंडाकार आकार की संरचना, नारंगी रंग में, प्रगति मैदान परिसर में लंबा खड़ा देख सकते हैं. यह मेगा कन्वेंशन सेंटर स्प्रेड है, जो पुनर्विकास एक्सपो मैदानों का केंद्र बिंदु है.


अलग-अलग जगह होगी लोगों के बैठने के जगह


मैनेजिंग डायरेक्टर प्रदीप सिंह खरोला ने बताया कि अभी चार स्तरों में विभाजित परिसर का काम पूरा होने वाला है. पहले स्तर जिसका काम पूरा हुआ है उसमें 200 से 300 लोगों के बैठने की क्षमता वाले 20 मध्यम से छोटे मीटिंग रूम हैं.दूसरे स्तर पर जिसका काम पूरा हुआ है वहां दो बड़े हॉल और दो सभागार हैं, जिनमें से एक में 900 लोग बैठ सकते हैं.वही तीसरे स्तर के एक प्लेनरी हॉल है जो 3,500 लोगों को अकोमोडेट कर सकता है और 4,000 प्रतिभागियों की क्षमता वाला एक मल्टीपर्पस हॉल है. यह एक फुटबॉल मैदान के आकार का है. इसका काम अंतिम चरण में है इस हॉल को चार छोटे हॉल में डिवाईड किया जा सकता है.


यहां से पूरी मध्य दिल्ली का दिखेगा नजारा
"विंडो टू दिल्ली" कन्वेंशन सेंटर की एक और बड़ी विशेषता है. यह स्तर 4 पर एक ओपन ग्लास व्यू एरिया है, जहाँ से इंडिया गेट, सहित पूरी मध्य दिल्ली को देखा जा सकता है. अभी इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है. खरोला ने कहा कि इसका इंटीरियर डिजाइन, योग मुद्रा, सूर्य और घोड़ों को चित्रित करने वाले चित्रों और मूर्तियों के साथ भारतीय प्रतिमानों के साथ-साथ कन्वेंशन सेंटर की अन्य प्रेरणाओं पर आधारित है. इन-हाउस सेवाओं के लिए संरचना के चारों स्तरों पर मेगा किचन होंगे. 'इन किचन को चलाने के लिए हमने उन फूड और हॉस्पिटैलिटी कंपनियों के लिए टेंडर जारी किए हैं, जो इन्हें चलाने में दिलचस्पी रखती हैं.


समय पर काम पूरा करने के लिए हो रही हैं साप्ताहिक बैठकें
प्रगति मैदान के पुनर्विकास का काम समय के साथ सही दिशा में चल रहा है. जी20 आयोजनों के लिए कॉम्प्लेक्स की तैयार होने को लेकर अब कोई चिंता नहीं है. सरकारी सूत्रों के मुताबिक, प्रगति मैदान में काम पूरा करने में तेजी लाने के लिए साप्ताहिक बैठकें आयोजित की जा रही हैं. जिसमें एक्सपो ग्राउंड के अलग-अलग हिस्सों के लिए अलग-अलग डेडलाइन और ज्यादातर डेडलाइन पूरी होने की संभावना है.


G20 की बैठक से पहले कॉम्प्लेक्स को तैयार करने का लक्ष्य
प्रगति मैदान में G20 से संबंधित पहली बैठक फरवरी के अंत या मार्च 2023 की शुरुआत में ही होने पर विचार किया जा रहा है और इससे पहले परिसर के अच्छी तरह से तैयार होने की संभावना है. आईटीपीओ पर केंद्रित विकास के मुद्दों पर एक अलग बैठक हाल ही में पीएमओ में आयोजित की गई थी. बैठक में, ITPO, दिल्ली पुलिस, PWD और केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय को यातायात से संबंधित मुद्दों की जांच करने और अल्पकालिक और दीर्घकालिक समाधान उपायों पर काम करने के लिए कहा गया. दिल्ली ना केवल जी20 बैठकों की मेजबानी करेगा, बल्कि यह कई विदेशी अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों के लिए एक ट्रांजिट पॉइंट के रूप में भी काम करेगा. यही कारण है कि सभी राज्य और केंद्र सरकार की एजेंसियां यह सुनिश्चित करने में लगी हुई हैं कि आयोजनों को बिना किसी परेशानी और गलती के सम्पन्न किया जा सके.


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