New Delhi: दिल्ली के शादीपुर गांव में पिटाई से हुई एक युवक की मौत ने तूल पकड़ लिया है. युवक का परिवार इसे सांप्रदायिक रूप देने की कोशिश कर रहा है. वहीं पुलिस का कहना है कि इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. पुलिस का कहना है कि यह घटना रंजिश का परिणाम है और मृत युवक का आपराधिक इतिहास है. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. इस बीच दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने उपराज्यपाल को चिट्ठी लिखकर दिल्ली की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है.
कब का है मामला
शादीपुर गांव में रहने वाला नीतीश 13 अक्टूबर की देर रात अपने दोस्त आलोक के साथ दिल्ली के रंजीत नगर की एक गली में खड़ा था. इस दौरान उनकी एक बाइक पर सवार तीन लोगों से लड़ाई शुरू हो गई. यह लड़ाई मारपीट-हाथापाई तक पहुंच गई. इसमें नीतीश गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे अस्पताल ले जाया गया. वहां तीन दिन तक इलाज चलने के बाद रविवार को उसकी मौत हो गई.युवक की मौत के बाद उसके परिजनों ने परिवार पटेल नगर मेट्रो स्टेशन के नजदीक रेड लाइट पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया. पीड़ित परिवार ने मांग की कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए.
पुलिस का क्या कहना है
नितेश के दोस्त और परिजनों ने इस मामले में उजेफा, अब्बास और अदनान नाम के तीन युवकों पर हत्या का आरोप लगाया है. पुलिस ने मामला दर्ज किया है. लेकिन तीनों आरोपी अभी तक फरार हैं. पुलिस इस घटना को दो गुटों की रंजिश बता रही है. उसका कहना है कि इस मामले में मजहब से कोई लेना-देना नहीं है. वहीं पीड़ित परिवार का कहना है कि नीतीश बजरंग दल से जुड़ा हुआ है, इसलिए उसे पीट-पीटकर मारा डाला गया.
इस बीच दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उपराज्यपाल को चिट्ठी लिखकर कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा है कि दिल्ली अपराधियों की राजधानी बन चुकी है.
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