Delhi: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने 2013 से फरार चल रहे कुख्यात वाहन चोर (Notorious Car Thief) को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने चोर के पास से दो महत्वपूर्ण प्रोग्रामिंग टैब बरामद कर जब्त कर लिया है, इसके अलावा उसके पास से किआ सेल्टोस, हुंडई क्रेटा, मारुती ब्रेज़ा, टोयोटा इनोवा और फार्च्यूनर जैसी सात महंगी कारें बरामद की हैं. 


आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद निवासी वालादीन उर्फ़ नदीम खान 37 के रूप में हुई है. पुलिस ने उसके जरिये चोरी किये गए वाहनों को खरीदने वाले एक दूसरे व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया, जिसकी पहचान सैयद सलीम हसन उम्र 43 साल के रूप में हुई है. 


पुलिस ने आरोपी के संबंध में बताई यह बात
इस मामले में सेंट्रल दिल्ली की डीसीपी श्वेता चौहान ने बताया कि, "वलादीन ने पिछले कुछ सालों के दौरान 300 सौ सी अधिक कारों को चोरी की है. आरोपी 2013 में आखिरी बार गिरफ्तार किया गया था, उसके बाद वह कभी पकड़ा नहीं गया." उन्होंने आगे बताया कि, "वलादीन के समूह के लोग हर महीने कम से कम 13 से 16 गाड़ियां चुराते थे. 


आरोपी गाड़ी चोरी के लिए करते थे इस तरीके का इस्तेमाल 
वाहन चोर गाड़ियों की चोरी के लिए, दुर्घटना में क्षतिग्रस्त वाहनों को बीमा कंपनियों से कबाड़ के रूप में खरीदते थे. कबाड़ गाड़ी को ठिकाने लगाने के बाद, आरोपी गाडी के रजिस्ट्रेशन नंबर और और दूसरे दस्तावेज रख लेते थे. इसके बाद वाहन चोर गिरोह डुप्लीकेट चाभियों की प्रोग्रामिंग कर के उसी तरह की गाड़ी चोरी करते थे, चोरी की हुई गाड़ी की आरसी और चेसिस नंबर से, दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी के दस्तेवेजों और चेसिस नंबर से बदल दिया जाता था. 


 


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डीसीपी ने बताया कि, "हसन नाम के गिरोह के एक दूसरे सदस्य को इन गाड़ियों को बेचने का काम सौंपा गया था, दुर्घटना में क्षतिग्रस्त वाहनों के चेसिस नंबर और आरसी को दिखा कर इन गाड़ियों को आकर्षक कीमतों पर बेचा जाता था. 


पुलिस ने संदिग्धों को पकड़ने के लिए बनाया था मास्टर प्लान
सेंट्रल दिल्ली में वाहन चोरों को ट्रैक करने के लिए, एसीपी योगेश मलोहोत्रा और एसआई संदीप गोदारा के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई थी. पुलिस को आरोपी वलादीन के बारे में जानकारी मिली कि, वह फार्च्यूनर एसयूवी से आईटीओ कब्रिस्तान में आने वाला है. जिसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर उसे गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से एक लोडेड पिस्टल और 16 फरवरी को वसंत विहार से चोरी हुई फार्च्यूनर कार बरामद हुई. 


पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने चोरी कर गाड़ियों के बेचने की बात स्वीकार कर ली है. उनके जरिये चोरी कर बेची हुई गाड़ियों को जयपुर और जोधपुर से भी बरामद किया. आरोपी वलादीन ने बताया कि, "वह 2013 में पकड़ा गया था, लेकिन फिर सूए जमानत मिल गई. तब से उसने बड़े पैमाने पर चोरी को अंजाम दिया है. हसन कई ऑटो चोरों के संपर्क में था और दिल्ली के बाहरी इलाकों में जैसे राजस्थान के शहरों में गाड़ियों को डिलीवरी करता था. 


 


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