Delhi News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में सोमवार को एयर क्वालिटी बहुत खराब रही. जिसके पीछे बड़े कारण पराली जलाना, पटाखों का फटना और मौसम में बदलाव होना है. स्विस ऑर्गेनाइजेशन आईक्यू एयर (Swiss Organisation IQAir) के मुताबिक दिवाली पर दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर था, जिसके बाद पाकिस्तान (Pakistan) में लाहौर (Lahore) दूसरा प्रदूषित शहर था. अगर 24 घंटे की बात करें तो एयर क्वालिटी (Air Quality) यानी एक्यूआई (AQI) 312 रहा.
‘बहुत खराब’ श्रेणी में वायु गुणवत्ता
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले 2018 में दिवाली पर 281 का एक्यूआई दर्ज किया गया था. वहीं अगर पिछले साल की बात की जाए तो एक्यूआई 382 दर्ज किया गया. 2022 में दिवाली के दिन एक्यूआई 414 था तो वहीं 2019 में यह 337 था. साल 2016 में देखा जाए तो यह एक्यूआई 431 रहा था. दिल्ली में सोमवार सुबह छह बजे एक्यूआई 298 दर्ज किया गया. शहर में 35 निगरानी केंद्रों में से 19 ने वायु गुणवत्ता ‘‘बहुत खराब’’ श्रेणी में दर्ज की जबकि आनंद विहार केंद्र ने प्रदूषण का ‘‘गंभीर’’ स्तर दर्ज किया.
300 से ऊपर एक्यूआई यानी 'बहुत खराब'
बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 को 'संतोषजनक', 101 से 200 को 'मध्यम', 200 से 300 को 'खराब', 301 से 400 को 'बहुत खराब' और 401 से 500 को 'गंभीर' माना जाता है. केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत आने वाली एक पूर्वानुमान एजेंसी वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान अनुसंधान प्रणाली (सफर) ने पहले अनुमान जताया था कि हवा मंद पड़ने और कम तापमान के कारण हवा में प्रदूषकों के एकत्र होने से सोमवार सुबह वायु गुणवत्ता ‘‘बहुत खराब’’ श्रेणी में दर्ज की जा सकती है.
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