Delhi News: राजधानी दिल्ली के सबसे महशूर होलसेल बाजारों में से एक सदर बाजार में एमसीडी अधिकारियों ने 2 दर्जन से ज्यादा दुकानों को शील कर दिया. इससे नाराज फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन ने लगातार 6 दिनों से 4 बार MCD अधिकारियों के खिलाफ अलग-अलग तरीके से प्रदर्शन किया. वहीं शुक्रवार को एसोसिएशन के कई अधिकारियों के साथ सैकड़ों की संख्या में बाजार के व्यवसायियों ने थाली बजाकर अनोखा प्रदर्शन किया. साथ ही निगरानी समिति इंडिया हैबिटेट सेंटर लोधी रोड में सदर बाजार एमसीडी द्वारा सील की गई दुकानों की डी-सीलिंग करने के लिए ज्ञापन दिया. उन्होंने कहा कभी थाली और ताली बजाकर प्रधानमंत्री पूरे देश को एक करने की बात कर रहे थे. आज वही थाली देश के बड़े होलसेल बाजारों में से एक सदर बाजार के व्यवसायी अपनी रोजी रोटी बचाने के लिए MCD के खिलाफ बजा रहे हैं.
वहीं सदर बाजार में सीलिंग के खिलाफ फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के चेयरमैन परमजीत सिंह पम्मा, अध्यक्ष राकेश यादव, कार्यवाहक अध्यक्ष चौधरी योगेंद्र सिंह, महासचिव रजिंदर शर्मा, कमल कुमार के साथ पीड़ित व्यापारियों के सदस्य और पीड़ित व्यापारी मिठाई पुल पर थाली बजाकर अपना विरोध प्रदर्शन जताया. इसके बाद फिर निगरानी समिति इंडिया हैबिटेट सेंटर लोधी रोड में सदर बाजार एमसीडी द्वारा सील की गई दुकानों की डी-सीलिंग करने के लिए ज्ञापन दिया. ज्ञापन में बताया कि दिल्ली नगर निगम ने 12 जनवरी 2023 को जटवारा, सदर बाजार में स्थित 17 इमारतों में 25 दुकानों को सील कर दिया है. ये एशिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े थोक बाजार में से एक है.
'एमसीडी अफसरों की तानाशाही'
एमसीडी अधिकारियों ने रेसिडेंशियल एरिया होने का हवाला देकर सदर बाजार के 25 दूकानों को सील कर दिया था. इस पर वहां के व्यवसायियों में काफी रोष है. उन्होंने इसे अफसरों की तानाशाही बताते हुए कहा कि सदर बाजार एक प्राचीन बाजार है.मुगलों और अंग्रेजों के समय से यह अस्तित्व में है और इसलिए यह आवासीय क्षेत्र नहीं है. परमजीत सिंह पम्मा व राकेश यादव ने बताया कि अधिकांश दुकानें यहां पंजीकृत हैं और स्वतंत्रता-पूर्व काल से व्यापार कर रही हैं. मास्टर प्लान 2021 के एक खंड के अनुसार 70% से अधिक गतिविधि वाले किसी भी क्षेत्र को व्यावसायिक क्षेत्र माना जाएगा. कृपया ध्यान दें कि एमसीडी के तत्कालीन उपायुक्त द्वारा डीडीए को प्रस्तुत एक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार सदर बाजार क्षेत्र का 95% से अधिक व्यवसायीकरण किया गया है, इसलिए इसे आवासीय क्षेत्र नहीं माना जा सकता है.
गणतंत्र दिवस पर आपूर्ति हो रही प्रभावित
2004 में भी जब पूरी दिल्ली में बड़े पैमाने पर सीलिंग हुई थी, तब सदर बाजार इलाके में एक भी प्रतिष्ठान सील नहीं किया गया था. साथ ही पुरानी दिल्ली के बाजार विशेष क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं इसलिए उन्हें किसी भी प्रकार के रूपांतरण शुल्क का भुगतान करने से छूट प्राप्त है. गौरतलब है कि सीलिंग अभियान बिना किसी पूर्व सूचना के जल्दबाजी में चलाया गया था. यहां अधिकांश दुकानें खाली थीं, लेकिन कुछ पीड़ितों ने शिकायत की कि उन्हें अपने मोबाइल निकालने का समय भी नहीं दिया गया. अधिकांश दुकानदार रक्षा आपूर्ति के व्यवसाय में हैं और चालान आदि जारी करने में असमर्थ हैं, जिससे गणतंत्र दिवस के इस महत्वपूर्ण समय के दौरान विशेष रूप से आपूर्ति प्रभावित हो रही है.
डी-सील करने के लिए आवश्यक कार्रवाई का निवेदन
परमजीत सिंह पम्मा व राकेश यादव ने बताया कि इन दुकानदारों की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि वे एक लाख रुपये जमा कर सकें. डी-सीलिंग के लिए आवेदन करने के लिए एक-एक लाख और चूंकि सभी दुकानें एक व्यावसायिक क्षेत्र में हैं, हम आपसे आग्रह करते हैं कि कृपया उन्हें इस राशि को जमा करने से छूट दें. साथ ही बाजार में किसी भी तरह की सीलिंग को रोकने और पहले से सील की गई दुकानों को तत्काल डी-सील करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने की कृपा करें.
कब-कब व्यापारियों ने किया प्रदर्शन
- 15 जनवरी को कुतुब रोड़ से लेकर मीठापुर पुल तक सैकड़ों व्यपारियों ने हाथों में MCD के खिलाफ पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया था
- 17 जनवरी को गली जटवाड़ा और शिवजी रोड़ बाजार में हुए सीलिंग के खिलाफ कैंडल जलाकर सैकड़ों दुकानदारों ने MCD के खिलाफ प्रदर्शन किया था
- 18 जनवरी को सदर बाजार सीलिंग के खिलाफ फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के सदस्य व पीड़ित व्यापारीयों ने मिठाई पुल अपने गले में सीलिंग का ताला लटका कर अनोखा प्रदर्शन किया था.
- 19 जनवरी को पूर्व पार्षद जय प्रकाश और सदर बाजार के व्यापारियों ने उप राज्यपाल को ज्ञापन देकर सील खोलने की गुहार लगाई.
- 20 जनवरी को मिठाई पुल पर सैकड़ों की संख्या में सदर बाजार व्यवसायियों ने थाली बजाकर MCD के खिलाफ अनोखा प्रदर्शन किया. साथ ही मानिटरिंग कमेटी के समक्ष डी-सील कराने के लिए सदर व्यपारी पहुंचे.
- 21 जनवरी आज सदर बाजार सीलिंग के खिलाफ मार्च निकालकर 12:00 बजे दिल्ली के मुख्यमंत्री को फेडरेशन ऑफ सदर बाजार के सदस्य ज्ञापन देंगे.