Cement Price Hike: आम लोगों पर महंगाई की मार कम होने का नाम नहीं ले रही है. आम लोगों के लिए रोटी, कपड़ा और मकान बुनियादी चीजे हैं, जो काफी महत्वपूर्ण हैं. पर अब इनमें मकान का सपना और भी महंगा हो सकता है. दरअसल, रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने गुरुवार को बताया कि सीमेंट की खुदरा कीमतों में अगले कुछ महीनों में 15-20 रुपये की बढ़ोत्तरी आ सकती है. क्रिसिल के अनुसार इस वित्त वर्ष में लगभग 400 रुपये प्रति बोरी के सर्वकालिक उच्ची स्तर का छू सकती है.


कच्चे माल के बढ़ते दाम के कारण बढ़ेगी कीमत
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने सीमेंट के दाम में बढ़ोत्तरी का कारण मांग में तेजी के साथ कोयला और डीजल जैसे कच्चे माल की लागत में वृद्धि है. क्रिसिल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कीमतों में वृद्धि के बीच उच्च लागत के कारण सीमेंट निर्माताओं की कर पूर्व आय में इस वित्त वर्ष में 100-150 रुपये प्रति टन की गिरावट आएगी. आयातित कोयले (पहली छमाही में सालाना 120 प्रतिशत से ज्यादा) और पेटकोक (80 प्रतिशत अधिक) की कीमतों में हाल की तेजी से बिजली और ईंधन की लागत 350-400 रुपये प्रति टन (लगभग 40 प्रतिशत तक) बढ़ सकती है. सीमेंट की बिक्री चालू वित्त वर्ष में 11-13 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है. हालांकि इसका कारण पिछले साल तुलनात्मक आधार का कमजोर होना है.


इस वित्त वर्ष के पहली छमाही में सीमेंट की मांग में 20 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि आई. क्षेत्रीय स्तर पर दक्षिण भारत में पिछले महीने की तुलना में अक्टूबर में सबसे ज्यादा 54 रुपये प्रति सीमेंट बैग की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई. इसके बाद मध्य क्षेत्र में 20 रुपये प्रति सीमेंट बैग, उत्तर में 12 रुपये प्रति सीमेंट बैग और पश्चिम में 10 रुपये प्रति बैग की बढ़ोत्तरी देखी गई.


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