Delhi News: दिल्ली में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल करना पड़ सकता है भारी, CPCB ने जारी किया नोटिस
केंद्र सरकार ने पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक पर एक जुलाई से प्रतिबंध लगा दिया है. वहीं सीपीसीबी ने भी दिल्ली में संबंधित लोगों को तय डेडलाइन के अन्दर इसको रोकने को कहा है.
CPCB bans use of single use Plastic: पिछले साल 1 जुलाई को केंद्र ने एक बार इस्तेमाल में आने वाले प्लास्टिक बैग जैसे ईयरबड्स और कटलरी पर प्रतिबंध लगा दिया है. वहीं अब केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने एक नोटिस जारी कर उत्पाकों, दुकानदारों, रेहड़ी-पटरी वाले दुकानदारों और आम जनता को एक बार इस्तेमाल होने वाले (Single Use Plastic Items) के प्लास्टिक बैग के उत्पादन, स्टॉक करने, उसके बिक्री और उपयोग पर दिए गए समयसीमा तक पूरी तरह से बंद करने को कहा है.
सीपीसीबी ने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जायेगी. इस बीच दिल्ली पर्यावरण विभाग ने उपलब्ध विकल्पों के उपयोग के लिए एक ड्राफ्ट पालिसी तैयार की है.
केन्द्र ने इन सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर सिंगल यूज प्लास्टिक आइटम्स जैसे गुब्बारों, झंडों, कैंडी, आइसक्रीम और ईयारबड्स में इस्तेमाल होने वाली स्टिक, सजावट में इस्तेमाल होने वाले थर्माकोल से बने उत्पाद जैसे कप, गिलास, कटलरी, मिठाई के बक्सों में इस्तेमाल होने वाली रापिंग और पैकिंग फिल्म, इनविटेशन कार्ड, सिगरेट के पैकेट के 100 माइक्रोन से कम मोटाई के प्लास्टिक बैनर को बीते साल 1 जुलाई से प्रतिबंध लगा दिया गया है. जबकि 31 दिसंबर से 120 माइक्रोन मोटाई वाले कैरी बैग पर नही प्रतिबंध लगा दिया गया है.
सीपीसीबी ने प्लास्टिक के सभी उतापद्कों, स्टॉकिस्तों और खुदरा विक्रेताओं, दुकानदारों और इससे संबंधित लोगों को एक नोटिस जारी कर इसके इस्तेमाल, उत्पादन और बेचने पर MOEFCC के जरिये निर्दिष्ट समयसीमा के अन्दर पूरी तरह से रोक लगाने को कहा है. नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जायेगी, इसके तहत दोषी के माल की जब्ती, पर्यावरण को नुक्सान पहुंचने केलिए जुर्माना वसूलना, संबंधित उद्योगों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों का संचालन बंद करना शामिल है.
दिल्ली पर्यावरण विभाग के ड्राफ्ट पालिसी में प्लास्टिक को दोबारा इस्तेमाल के विकल्पों को मिलेगा बढ़ावा
दिल्ली पर्यावरण विभाग के जरिये ड्राफ्ट पालिसी से, प्लास्टिक को उपलब्ध विकल्पों के आधार दोबारा इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित करने पर केन्द्रित है. सिंगल यूज प्लास्टिक की स्टिक को जो अक्सर गुब्बारों, झंडे, कैंडी और आइसक्रीम में इस्तेमाल होती है, उनकी जगह पर लकड़ी से बनी स्टिक जैसे बांस की बनी स्टिक के इस्तेमाल के विकल्पों, यूज एंड थ्रो पेन की जगह पर रिफिल पेनों के इस्तेमाल के प्रोत्साहन पर जोर दिया जाएगा.
किसी भी आकर में इस्तेमाल में होने वाली पानी के पाउच और एक लीटर से कम क्षमता वाले पानी के बोतलों को, प्लास्टिक की जगह डिस्पोजेबल पेपर ग्लास या दोबारा इस्तेमाल में आने वाली कांच या बांस की बोतलों में पानी को पैक करने को कहा गया है. वहीं सामानों को पैक करने के लिए प्लास्टिक की जगह पत्तों या बांस बने बर्तनों का इस्तेमाल करना चाहिए. इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा कि, "इस ड्राफ्ट पालिसी पर टिप्पणी या सुझाव के लिए, इसको सार्वजनिक किया जायेगा."
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