Delhi News: दिल्ली के सदर बाजार के व्यापारियों ने बाजार की 25 दुकानों को सील किये जाने के विरोध में गुरुवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना के घर के बाहर धरना दिया. वहीं आम आदमी पार्टी के व्यापारियों के संगठन चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) ने भी इस मुद्दे पर एलजी को एक पत्र लिखा है.


सीलिंग की कार्रवाई से सहमे अन्य दुकानदार, CTI ने लिखी चिट्ठी


बता दें कि इस महीने की शुरुआत में सदर बाजार की 25 दुकानों को सील कर दिया गया था जबकि पांच को दुकान खाली करने के लिए नोटिस दिया गया है. सीटीआई के अध्यक्ष बृजेश गोयल व अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने कहा कि सदर बाजार में सीलिंग की कार्रवाई से अन्य बाजारों के दुकानदार भी सहमे हुए हैं. उन्होंने कहा कि व्यापारियों को सीलिंग की धमकियां मिल रही हैं. उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में दिल्ली एमसीडी में कोई सरकार नहीं है और इसलिए एमसीडी का नियंत्रण फिलहाल एलजी के पास है, सभी अधिकारी अभी एलजी को ही रिपोर्ट कर रहे हैं. एलजी को लिखे अपने पत्र में गोयल ने कहा कि जब तक एमसीडी में नई सरकार नहीं आ जाती तब तक सीलिंग की कार्रवाई न की जाए. उन्होंने कहा कि हम इस मुद्दे को एमसीडी के सामने में उठाना चाहते हैं.


चिट्ठी में आगे कहा गया है कि वैसे भी दिल्ली में मास्टर प्लान 2041 आने वाला है जिसके तहत जिस मार्केट में 70 फीसदी से ज्यादा कॉमर्शियल एक्टिविटी होती है वह कॉमर्शियल मार्केट की श्रेणी में आएगा. पत्र में आगे लिखा है कि सीलिंग का आदेश 11 अप्रैल 2022 को जारी हुआ था, लेकिन  इस आदेश पर 10 महीने बाद कार्रवाई की गई. अधिकारी इतने दिन तक क्या कर रहे थे. 10 महीनों के बाद दुकानें अचानक कैसे सील कर दी गईं.इस मामले में अधिकारियों की भूमिका संदेह के घेरे में है, इसकी जांच की जानी चाहिए.


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